चेन्नई सुपरकिंग्स ने ग्रैंड फिनाले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू को 58 रन से शिकस्त देकर इंडियन प्रीमियर लीग में अपना खिताब बरकरार रखा।
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चेन्नई:
महेंद्र सिंह धोनी की जादुई कप्तानी और सलामी जोड़ी के धमाकेदार प्रदर्शन से चेन्नई सुपरकिंग्स ने ग्रैंड फिनाले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू को 58 रन से शिकस्त देकर इंडियन प्रीमियर लीग में अपना खिताब बरकरार रखा। धोनी की चतुराई भरी कप्तानी और किस्मत के आगे किसी की नहीं चली। पहले मुरली विजय और माइकल हस्सी ने टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया तो बाद में स्पिनर आर अश्विन और शादाब जकाती ने बेंगलुरू की धाकड़ बल्लेबाजी को तहस नहस किया। विजय ने 52 गेंद पर चार चौकों और छह छक्कों की मदद से 95 रन ठोके जबकि हस्सी ने 45 गेंद पर 63 रन बनाए जिसमें तीन चौके और इतने ही छक्के शामिल हैं। इन दोनों ने पहले विकेट के लिये रिकार्ड 159 रन की साझेदारी की जिससे चेन्नई हुए पांच विकेट पर 205 रन बना गया। बेंगलुरू को गेल से तूफानी पारी की उम्मीद थी लेकिन वह पहले ओवर में ही शून्य पर आउट हो गए। फिर तो चेन्नई हावी हो गया और उसने बेंगलुरू को आठ विकेट पर 147 रन ही बनाने दिए। बेंगलुरू की तरफ से सौरभ तिवारी ने सर्वाधिक नाबाद 42 रन बनाए। चेन्नई के लिए अश्विन ने तीन और जकाती ने दो विकेट लिए। चेन्नई लगातार दूसरी बार इस ट्वेंटी-20 लीग का खिताब जीतने में सफल रहा। उसने पिछले साल मुंबई इंडियन्स को हराकर खिताब जीता था और इसके बाद वह चैंपियन्स लीग का भी चैंपियन बना था। यही नहीं चेन्नई ने इस साल अपने घरेलू मैदान एम ए चिदंबरम स्टेडियम पर अजेय रहने का रिकॉर्ड भी बनाए रखा। बेंगलुरू को दूसरी बार उपविजेता रहकर संतोष करना पड़ा। इससे पहले वह 2009 में द. अफ्रीका में खेले गए आईपीएल के खिताबी मुकाबले में डेक्कन चार्जर्स से हार गया था।