भारतीय टीम वनडे शृंखला में शुक्रवार को जब इंग्लैंड के सामने उतरेगी, तो उसका इरादा इंग्लैंड दौरे पर मिली हार का बदला चुकता करने का होगा।
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
हैदराबाद:
भारतीय टीम पांच वनडे मैचों की क्रिकेट शृंखला में शुक्रवार को जब इंग्लैंड के सामने उतरेगी, तो उसका इरादा इंग्लैंड दौरे पर मिली शर्मनाक हार का बदला चुकता करने का होगा। महेंद्र सिंह धोनी की टीम इंग्लैंड दौरे पर एक भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं जीत सकी थी। उसने चार टेस्ट, तीन वनडे और एक टी-20 मैच में पराजय का सामना किया। वहीं इंग्लैंड के कप्तान एलेस्टेयर कुक को अपनी टीम से जीत की लय बरकरार रखने की उम्मीद होगी। इंग्लैंड को हालांकि नई गेंद संभालने वाले जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्राड की कमी खलेगी। यह पहली शृंखला है जब दोनों टीमों द्वारा अलग-अलग नई गेंदों के इस्तेमाल के आईसीसी के नए नियमों और पावरप्ले के बदले हुए नियमों का इस्तेमाल किया जाएगा। मौजूदा फॉर्म को देखते हुए इंग्लैंड का पलड़ा भारी लग रहा है, लेकिन भारतीय टीम अपनी धरती पर हमेशा मजबूत साबित हुई है। धोनी और राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के सामने यह अपनी बेंच स्ट्रेंथ को आजमाने का भी सुनहरा मौका होगा। सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और जहीर खान जैसे सीनियर खिलाड़ी टीम से बाहर हैं। मुंबई के युवा बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे का फॉर्म वनडे शृंखला में भारत के लिए राहत की एकमात्र बात रही। उसके अलावा लेग स्पिनर राहुल शर्मा, बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी, कर्नाटक के तेज गेंदबाज एस अरविंद के पास अपनी उपयोगिता साबित करने का यह सुनहरा मौका है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
क्रिकेट, इंग्लैंड, भारत, वनडे सीरीज