प्रतीकात्मक तस्वीर
तिरुवनंतपुरम:
केरल के मंदिरों में पुजारी के तौर पर नियुक्ति के लिए 36 गैर-ब्रह्माणों में छह दलितों के नाम भी सुझाए गए हैं. इन मंदिरों का प्रबंधन त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड (टीडीबी) करता है. एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि इस संबंध में सुझाव केरल देवस्वम नियुक्ति बोर्ड द्वारा दिए गए हैं. यह पहली बार है जब पुजारी की नियुक्ति के लिए अनुसूचित जाति समुदाय के छह लोगों के नामों की सिफारिश की गई है. विज्ञप्ति के मुताबिक इन अंशकालिक पुजारियों की नियुक्ति के लिए लोक सेवा आयोग (पीएससी) की तर्ज पर ही आयोजित एक लिखित परीक्षा और साक्षात्कार का आयोजन किया गया था.
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देवस्वम मंत्री कदकमपल्ली रामचंद्रन ने स्पष्ट किया था कि इसमें भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं होगी और चयन मेरिट के आधार पर तथा आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए किया जाएगा.
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विज्ञप्ति में कहा गया है कि पुजारी के कुल 62 पदों पर नियुक्ति के लिए सिफारिश की गई थी जिसमें 26 अगड़ी जाति से होंगे. टीडीबी कम से कम 1,248 मंदिरों का प्रबंधन करता है जिनमें सबरीमाला के प्रसिद्ध भगवान अयप्पा का मंदिर भी शामिल है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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विज्ञप्ति में कहा गया है कि पुजारी के कुल 62 पदों पर नियुक्ति के लिए सिफारिश की गई थी जिसमें 26 अगड़ी जाति से होंगे. टीडीबी कम से कम 1,248 मंदिरों का प्रबंधन करता है जिनमें सबरीमाला के प्रसिद्ध भगवान अयप्पा का मंदिर भी शामिल है.
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