
सलमान खान दोषी करार दिए गए हैं.
- सलमान खान को दोषी करार दिया गया है
- बिश्नोई समाज की अहम भूमिका रही है
- पर्यावरण प्रेमी है समाज.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
आखिर बिस्नोई समाज है क्या.
जानकारी के अनुसार राजस्थाना का यह बिश्नोई समाज जोधपुर के पास पश्चिमी थार रेगिस्तान से आता है. इन्हें प्रकृति के प्रति प्रेम के लिए जाना जाता है. इस समाज के लोग जानवरों को भगवान समझते हैं.
बिश्नोई बीस (20) और नोई (9) से मिलकर बना है. इस समाज के लोग 29 नियमों का पालन करते हैं, जिनमें से एक नियम शाकाहारी रहना और हरे पेड़ नहीं काटना भी शामिल है. बिश्नोई समाज के ये 29 नियम क्या हैं? इन नियमों का पालन करने के लिए ये लोग अपनी जान तक पर खेल जाते हैं.
बिश्नोई समाज के 29 नियम
- परोपकारी पशुओं की रक्षा करना.
- अमल नहीं खाना
- तम्बाकू नहीं खाना
- भांग नहीं खाना
- मद्य तथा नहीं खाना
- नील का त्याग करना.
- बैल को बधिया नहीं करवाना.
- प्रतिदिन प्रात:काल स्नान करना.
- 30 दिन जनन – सूतक मानना.
- 5 दिन रजस्वता स्री को गृह कार्यों से मुक्त रखना.
- वाद–विवाद का त्याग करना.
- अमावश्या के दिनव्रत करना.
- विष्णु का भजन करना.
- जीवों के प्रति दया का भाव रखना.
- हरा वृक्ष नहीं कटवाना.
- ल का पालन करना.
- संतोष का धारण करना.
- बाहरी एवं आन्तरिक शुद्धता एवं पवित्रता को बनाये रखना.
- तीन समय संध्या उपासना करना.
- संध्या के समय आरती करना एवं ईश्वर के गुणों के बारे में चिंतन करना.
- निष्ठा एवं प्रेमपूर्वक हवन करना.
- पानी, ईंधन व दूध को छान-बीन कर प्रयोग में लेना.
- वाणी का संयम करना.
- दया एवं क्षमाको धारण करना.
- चोरी नहीं करना
- निंदा नहीं करना
- झूठ नहीं बोलना.
- काम, क्रोध, मोह एवं लोभ का नाश करना.
- रसोई अपने हाध से बनाना.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं