पंजाब में जबरन वसूली करने वाले लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े गिरोह का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार

गिरफ्तार किए गए आरोपी लोगों को ठगने के लिए आनलाइन गैंबलिंग प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर रहे थे

पंजाब में जबरन वसूली करने वाले लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े गिरोह का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार

पंजाब पुलिस ने रंगदारी वसूलने और लोगों को ठगने वाले गिरोह के तीन संचालकों को गिरफ्तार किया है.

चंडीगढ़:

पंजाब पुलिस ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े जबरन वसूली गिरोह के तीन सदस्यों का पर्दाफाश किया है. गिरफ्तार लोगों की पहचान जीरकपुर निवासी रोहित भारद्वाज उर्फ रिम्मी, चंडीगढ़ निवासी मोहित भारद्वाज और अर्जुन ठाकुर के रूप में हुई है. पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने यह जानकारी दी.

डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि मामले की विस्तृत जांच और खुफिया जानकारी जुटाने के बाद स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल, मोहाली ने तत्काल कार्रवाई शुरू की. इसके बाद रंगदारी गिरोह में शामिल इन तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

पुलिस की टीमों ने आरोपी रोहित भारद्वाज उर्फ रिम्मी के पास से 14.78 लाख रुपये नकद और अन्य आरोपियों के पास से मोबाइल फोन सहित अन्य पुख्ता सबूत बरामद किए हैं.

डीजीपी ने बताया कि आरोपी लोगों को धोखा देने के लिए आनलाइन गैंबलिंग प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर रहे थे. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोग ऑनलाइन गैंबलिंग प्लेटफार्म 'डायमंड एक्सचेंज' का इस्तेमाल कर रहे थे. वे ऑनलाइन गेमिंग में शामिल होने और कम शुल्क पर सट्टा लगाकर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर लोगों को ठग रहे थे.

कुछ इनाम जीतने के बाद पीड़ित लोग सट्टे में हारने लगते थे. फिर आरोपी लाखों रुपये क्रेडिट पर देने की पेशकश करते थे. उन्होंने कहा कि एक बार जब पीड़ित को क्रेडिट के माध्यम से पैसा मिल जाता है, तो आरोपी उस राशि पर भारी ब्याज वसूलते थे, जो कई बार करोड़ों रुपये हो जाते थे.

डीजीपी यादव ने बताया कि जब पीड़ित पैसे वापस नहीं कर पाता था तो यह अपराधी जेल और विदेश में अपने गैंगस्टर साथियों के जरिए उन्हें धमकी भरे फोन काल कराते थे.

उन्होंने कहा कि जांच के दौरान पुलिस टीमों ने भुगतान के विभिन्न तरीकों और बैंक खातों की जांच की, जिनके जरिए पैसे ट्रांसफर किए गए. उन्होंने आगे कहा कि आरोपियों की गतिविधियों से जुड़े बैंक खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल की गई वेबसाइट के मालिक और इसके संचालन के स्थान की पहचान करने के लिए जांच जारी है.

एआईजी अश्विनी कपूर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी एसएएस नगर के सेक्टर 69 में किराये के फ्लैट से गैंग चला रहे थे. उन्होंने कहा कि यह बात भी सामने आई है कि आरोपियों ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के इशारे पर मोहाली और चंडीगढ़ में नाइट क्लब और बार मालिकों और कारोबारियों से रंगदारी की गतिविधियों को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई है. 

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मोहाली के थाना एसएसओसी में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर 29 मई को दर्ज की गई है.