कांग्रेस नेता गुरुदास कामत को उनकी पार्टी से ही नसीहत दी गई है (फाइल फोटो).
मुंबई:
बागी तेवर अपनाए कांग्रेस नेता गुरुदास कामत को आज पार्टी से ही नसीहत दी गई. कांग्रेस के महाराष्ट्र के अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कामत को नसीहत दे डाली.
गुजरात और राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री गुरुदास कामत और मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम के बीच का विवाद दिन ब दिन नया मोड़ ले रहा है. हफ्ते की शुरुआत में संजय निरुपम को निशाने पर रखने वाले कामत ने अब महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी मोहन प्रकाश के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है. मंगलवार को ट्वीट कर कामत ने कहा कि वे आज उदयपुर में आयोजित जन वेदना आंदोलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं. उम्मीद है मोहन प्रकाश वहां, मतलब अपने गृहराज्य आएंगे. वे न तो राजस्थान में दिखते हैं, न मुंबई में.
कामत इतना कहकर चुप नहीं रहे. उन्होंने दुबारा मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम के खिलाफ ट्वीट कर पूछा कि आखिर मुंबई में कांग्रेस से नेताओं का हो रहा पलायन कब रुकेगा? कांग्रेस के चार पार्षद अब तक पार्टी छोड़ चुके हैं. बावजूद संजय निरुपम जीत की हामी भरते हैं.
बीएमसी चुनाव की जब से घोषणा हुई है मुंबई कांग्रेस का विवाद आम हो गया है. लेकिन कामत के ट्वीट पर पार्टी के अंदर नाराजगी का सुर भी सामने आया है. महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कामत को नसीहत दी है कि वे अंदरूनी मामले को सार्वजनिक न करें. चव्हाण मुंबई में पत्रकारों से बात कर रहे थे. चव्हाण ने कहा है कि चुनाव के दिनों में ऐसा करने पर पार्टी को नुकसान हो सकता है.
इस बीच बता दें कि मामले को सुलझाने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दखल दी है. राहुल ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा को इस विवाद के निपटारे के लिए मुंबई जाने को कहा है. हुड्डा 24 जनवरी को मुंबई पहुंचकर 25 जनवरी को मामले की सुनवाई करेंगे. उम्मीद है कि तब मुंबई कांग्रेस का विवाद सुलझ जाए. वर्ना पार्टी को इसकी बीएमसी चुनाव में भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है. 21 फरवरी को मुंबई महानगरपालिका चुनाव के लिए वोट पड़ने हैं.
गुजरात और राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री गुरुदास कामत और मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम के बीच का विवाद दिन ब दिन नया मोड़ ले रहा है. हफ्ते की शुरुआत में संजय निरुपम को निशाने पर रखने वाले कामत ने अब महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी मोहन प्रकाश के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है. मंगलवार को ट्वीट कर कामत ने कहा कि वे आज उदयपुर में आयोजित जन वेदना आंदोलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं. उम्मीद है मोहन प्रकाश वहां, मतलब अपने गृहराज्य आएंगे. वे न तो राजस्थान में दिखते हैं, न मुंबई में.
कामत इतना कहकर चुप नहीं रहे. उन्होंने दुबारा मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम के खिलाफ ट्वीट कर पूछा कि आखिर मुंबई में कांग्रेस से नेताओं का हो रहा पलायन कब रुकेगा? कांग्रेस के चार पार्षद अब तक पार्टी छोड़ चुके हैं. बावजूद संजय निरुपम जीत की हामी भरते हैं.
बीएमसी चुनाव की जब से घोषणा हुई है मुंबई कांग्रेस का विवाद आम हो गया है. लेकिन कामत के ट्वीट पर पार्टी के अंदर नाराजगी का सुर भी सामने आया है. महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कामत को नसीहत दी है कि वे अंदरूनी मामले को सार्वजनिक न करें. चव्हाण मुंबई में पत्रकारों से बात कर रहे थे. चव्हाण ने कहा है कि चुनाव के दिनों में ऐसा करने पर पार्टी को नुकसान हो सकता है.
इस बीच बता दें कि मामले को सुलझाने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दखल दी है. राहुल ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा को इस विवाद के निपटारे के लिए मुंबई जाने को कहा है. हुड्डा 24 जनवरी को मुंबई पहुंचकर 25 जनवरी को मामले की सुनवाई करेंगे. उम्मीद है कि तब मुंबई कांग्रेस का विवाद सुलझ जाए. वर्ना पार्टी को इसकी बीएमसी चुनाव में भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है. 21 फरवरी को मुंबई महानगरपालिका चुनाव के लिए वोट पड़ने हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
महाराष्ट्, कांग्रेस, गुरुदास कामत, अशोक चव्हाण, मुंबई, संजय निरुपम, Maharashtra, Congress, Gurudas Kamat, Ashok Chavhan, Mumbai, Sanjay Nirupam