
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कुशीनगर के पंडरौना से स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी के उम्मीदवार है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने बहुजन समाज पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थामा है. स्वामी प्रसाद मौर्य की छवि मजबूत नेता के रूप में जानी जाती है. आमतौर पर कहा जाता है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ऐसे नेता है जो जिस भी पार्टी में रहे, अपने आसपास के इलाके के मतदाताओं को प्रभावित रखने की ताकत रखते हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा में दूसरे नंबर के नेता माने जाते थे. स्वामी प्रसाद मौर्य अब भाजपा के टिकट पर अपनी पुरानी सीट पडरौना से मैदान में हैं वहीं उनका बेटा भाजपा के टिकट पर ऊंचाहार से चुनाव लड़ रहा है. पडरौना में बसपा प्रत्याशी विनय शंकर तिवारी के लिए मौर्य एक बड़ी चुनौती हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने 22 जून को बसपा का दामन छोड़ने का ऐलान किया था. उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के नेताओं ने उनका स्वागत किया था और उन्हें अपने यहां आने का न्योता भी दिया था, जिसके बाद लगने लगा था कि शायद मौर्य तुरंत ही सपा में शामिल हों जाएंगे और शायद मंत्री भी बनेंगे. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी मौर्य की तारीफ करते हुए कहा था कि वह अच्छे इंसान हैं और अभी तक गलत जगह थे. पर मौर्य ने सारे कयासों को पीछे छोड़ते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया. मौर्य चार बार विधायक भी रह चुके हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्य पडरौना विधानसभा सीट से लगातार दो बार चुनाव जीत चुके हैं. ऐसे में इस बार वह इस सीट से हैट्रिक लगा पाएंगे या नहीं ये देखना काफी दिलचस्प होगा.
स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा में दूसरे नंबर के नेता माने जाते थे. स्वामी प्रसाद मौर्य अब भाजपा के टिकट पर अपनी पुरानी सीट पडरौना से मैदान में हैं वहीं उनका बेटा भाजपा के टिकट पर ऊंचाहार से चुनाव लड़ रहा है. पडरौना में बसपा प्रत्याशी विनय शंकर तिवारी के लिए मौर्य एक बड़ी चुनौती हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने 22 जून को बसपा का दामन छोड़ने का ऐलान किया था. उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के नेताओं ने उनका स्वागत किया था और उन्हें अपने यहां आने का न्योता भी दिया था, जिसके बाद लगने लगा था कि शायद मौर्य तुरंत ही सपा में शामिल हों जाएंगे और शायद मंत्री भी बनेंगे. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी मौर्य की तारीफ करते हुए कहा था कि वह अच्छे इंसान हैं और अभी तक गलत जगह थे. पर मौर्य ने सारे कयासों को पीछे छोड़ते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया. मौर्य चार बार विधायक भी रह चुके हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्य पडरौना विधानसभा सीट से लगातार दो बार चुनाव जीत चुके हैं. ऐसे में इस बार वह इस सीट से हैट्रिक लगा पाएंगे या नहीं ये देखना काफी दिलचस्प होगा.
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