पूर्व नौकरशाह एल्विस गोम्स ने जुलाई, 2016 में आम आदमी पार्टी का दामन थामा. गोम्स ने गोवा प्रशासन में 20 साल से ज्यादा काम किया है. आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने गोम्स को गोवा में मुख्यमंत्री पद का अपना उम्मीदवार बनाने की घोषणा की. गोम्स दक्षिणी गोवा की कुनकोलिम सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. आप में शामिल होने के लिए उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी. उस समय वह आईजी जेल तथा शहरी विकास सचिव थे.
इसके अलावा गोम्स नगर निगम प्रशासन के निदेशक भी रह चुके हैं. पर्यटन विभाग के निदेशक और गोवा हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं. पद से इस्तीफा देने से पहले गोम्स और गोवा सरकार के बीच काफी अनबन देखने को मिली. वहीं आम आदमी पार्टी को उम्मीद है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली गोम्स की छवि का फायदा उसे विधानसभा चुनावों में जरूर मिलेगा. गोम्स के लिए केजरीवाल ने भी राज्य में जमकर चुनाव प्रचार किया है.
गौरतलब है कि गोम्स पर जमीन आवंटन के मामले में एसीबी ने छापेमारी की थी और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. हालांकि गोम्स ने उनके खिलाफ लगे सभी आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज किया. उन्होंने गोवा सरकार पर नौकरशाहों के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए जेल आईजी पद से इस्तीफा दे दिया था.
2017 गोवा विधानसभा चुनावों में 4 फरवरी को 83 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया. विभिन्न मतदान केन्द्रों से चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 11.10 लाख मतदाताओं में से 83 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकारों का प्रयोग किया. वर्ष 2012 के विधानसभा चुनावों में 83 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था.
गोवा में 2012 में मनोहर पर्रिकर की अगुवाई में बीजेपी ने बहुमत की सरकार बनाई थी, लेकिन इस बार बीजेपी के लिए हालात आसान नहीं हैं. गोवा की 40 विधानसभा सीटों में से 21 सीटें बीजेपी के पास, 9 सीटें कांग्रेस और बाकी 10 सीटें छोटी क्षेत्रीय पार्टियों के पास हैं.
प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखा जाता रहा है, लेकिन आम आदमी पार्टी के आने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. इसके अलावा महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी, गोवा सुरक्षा मंच और शिवसेना का गठबंधन बीजेपी की मुश्किल बढ़ा सकता है.
इसके अलावा गोम्स नगर निगम प्रशासन के निदेशक भी रह चुके हैं. पर्यटन विभाग के निदेशक और गोवा हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं. पद से इस्तीफा देने से पहले गोम्स और गोवा सरकार के बीच काफी अनबन देखने को मिली. वहीं आम आदमी पार्टी को उम्मीद है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली गोम्स की छवि का फायदा उसे विधानसभा चुनावों में जरूर मिलेगा. गोम्स के लिए केजरीवाल ने भी राज्य में जमकर चुनाव प्रचार किया है.
गौरतलब है कि गोम्स पर जमीन आवंटन के मामले में एसीबी ने छापेमारी की थी और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. हालांकि गोम्स ने उनके खिलाफ लगे सभी आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज किया. उन्होंने गोवा सरकार पर नौकरशाहों के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए जेल आईजी पद से इस्तीफा दे दिया था.
2017 गोवा विधानसभा चुनावों में 4 फरवरी को 83 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया. विभिन्न मतदान केन्द्रों से चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 11.10 लाख मतदाताओं में से 83 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकारों का प्रयोग किया. वर्ष 2012 के विधानसभा चुनावों में 83 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था.
गोवा में 2012 में मनोहर पर्रिकर की अगुवाई में बीजेपी ने बहुमत की सरकार बनाई थी, लेकिन इस बार बीजेपी के लिए हालात आसान नहीं हैं. गोवा की 40 विधानसभा सीटों में से 21 सीटें बीजेपी के पास, 9 सीटें कांग्रेस और बाकी 10 सीटें छोटी क्षेत्रीय पार्टियों के पास हैं.
प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखा जाता रहा है, लेकिन आम आदमी पार्टी के आने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. इसके अलावा महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी, गोवा सुरक्षा मंच और शिवसेना का गठबंधन बीजेपी की मुश्किल बढ़ा सकता है.
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