विज्ञापन
This Article is From Jun 13, 2022

महान लंबी दूरी के धावक Hari Chand का 69 साल की उम्र में निधन, नंगे पैर दौड़कर जीते थे मेडल

दो बार के ओलंपियन हरि चंद ने 1978 के बैंकाक एशियाई खेलों में 5000 मीटर और 10000 मीटर दौड़ में पहला स्थान हासिल करते हुए दो गोल्ड मेडल जीते थे.

महान लंबी दूरी के धावक Hari Chand का 69 साल की उम्र में निधन, नंगे पैर दौड़कर जीते थे मेडल
हरि चंद का 69 साल की उम्र में निधन
नई दिल्ली:

भारत के पूर्व लंबी दूरी के धावक और दो बार के ओलंपियन हरि चंद (Hari Chand) का सोमवार सुबह को पंजाब के होशियारपुर में 69 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने 1978 के बैंकाक एशियाई खेलों में दो गोल्ड मेडल जीते थे. उन्होंने बैंकॉक एशियाड (1978 Asian Games) में 5000 मीटर और 10000 मीटर दौड़ में पहला स्थान हासिल किया था. उन्होंने 1976 ओलंपिक गेम्स (Montreal Olympics) में 25-लैपर सेट के लिए एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया था और यह 32 साल तक बना रहा था. मॉन्ट्रियल में आयोजित 1976 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में वह 28: 48.72 के समय के साथ 10,000 मीटर की दौड़ के दूसरी हीट में आठवें स्थान पर आए थे. 

यह भी पढ़ें: FIH Pro League: बेल्जियम ने लिया पिछली हार का बदला, भारत को 3-2 से हराया

महान भारतीय एथलीट के इस राष्ट्रीय रिकॉर्ड को 32 साल बाद सुरेंद्र सिंह ने तोड़ा था. 

भारतीय एथलेटिक्स के अनसंग हीरो का जन्म 1 अप्रैल, 1953 को पंजाब के होशियारपुर के घोरेवा गांव में हुआ था. हरि चंद डिस्टेंस रनिंग में भारत के उन महान खिलाड़ियों में से एक थे. 

uolog0go

एशियन गेम्स के पदक विजेता खजान सिंह ने हरि चंद के निधन को भारतीय खेल के लिए एक बड़ी क्षति बताया है. 

खजान सिंह ने NDTV से कहा, "यह भारतीय खेल के लिए बहुत बड़ी क्षति है. सीआरपीएफ में वह मेरे सीनियर थे. वह इतने प्रतिस्पर्धी और फिर भी इतने सरल इंसान थे. वह जहां भी जाते थे खिलाड़ियों को तैयार करते थे. मैंने व्यक्तिगत रूप से उनसे बहुत कुछ सीखा. वह हम में से कई लोगों के लिए एक मार्गदर्शक प्रकाश की तरह थे."

मॉस्को में हुए 1980 समर ओलंपिक में वो 10,000 मीटर की दौड़ में 10वें स्थान पर रहे थे.

वरिष्ठ पत्रकार नॉरिस प्रीतम ने कहा, "वह काफी साहसी एथलीट थे और उनमें गजब का सेंस ऑफ ह्यूमर था. लंबे प्रशिक्षण सत्रों के दौरान भी, वह चुटकुले सुनाते थे." 

यह भी पढ़ें: AFC Asian Cup: मैच के बाद भारत और अफगानी के खिलाड़ियों के बीच हुई खतरनाक झड़प, देखें Video

नॉरिस प्रीतम ने यह भी याद किया कि कैसे यूरोपीय सर्किट के विशेषज्ञ उन्हें बहुत सम्मान के साथ देखते थे क्योंकि वह अपने पैरों के चारों ओर टेप लगाकर नंगे पैर दौड़ते थे.

खेलों में उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने हरि चंद को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया था. 

हमारे स्पोर्ट्स यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: