खेल के दूर रहने के दौरान 31 साल की दीपिका ने ‘इंटीरियर डिजाइनिंग’ में हाथ आजमाया
खास बातें
- भारत की बेहतरीन स्क्वाश खिलाड़ी है दीपिका
- चार साल से कोर्ट पर नहीं आई थीं
- बीच में इंटीरियर डिजाइनिंग में भी हाथ आजमा चुकी हैं
नई दिल्ली: भारत की बेहतरीन स्क्वाश खिलाड़ियों में से एक दीपिका पल्लीकल (Dipika Pallikal) ने परिवार बढ़ाने के लिये ब्रेक लेने के चार साल बाद कोर्ट पर वापसी की है पिछले साल जुड़वां बच्चों की मां बनी दीपिका (Dinesh Karthik) इस साल के अंत में राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games) और एशियाई खेलों पर ध्यान लगाने के लिये पिछले दो महीनों से कड़ी ट्रेनिंग में जुटी हैं. खेल के दूर रहने के दौरान 31 साल की दीपिका ने ‘इंटीरियर डिजाइनिंग' में हाथ आजमाया. पर अब वह इन कई स्पर्धाओं वाली दो खेल प्रतियोगिताओं में इतिहास रचने पर नजर लगाये हैं.
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उनके बर्मिंघम खेलों में युगल स्पर्धा में भाग लेने की उम्मीद है जिसक बाद वह अपना कार्यभार धीरे धीरे बढ़ायेंगी और हांगजोऊ खेलों में एकल स्पर्धा भी खेलेंगी. पल्लीकल और भारत की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग वाली खिलाड़ी जोशना चिनप्पा ने राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में खेला का पहला स्वर्ण पदक 2014 ग्लास्गो चरण में जीता था. मां बनने और वापसी के बारे में पीटीआई से बात करते हुए पल्लीकल ने कहा कि वह भाग्यशाली थीं कि उन्हें पास सहयोग के लिये लोग मौजूद थे जिससे उन्हें 2018 में खेल से थोड़े समय तक दूर रह सकीं.
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जब उन्होंने ब्रेक लिया था तो वह शीर्ष 20 में शामिल थी. दो बच्चों की मां बनना ‘दोहरी मेहनत' है लेकिन क्रिकेटर दिनेश कार्तिक की पत्नी पल्लीकल अपनी जिंदगी के इस दौर का लुत्फ उठा रही हैं. उन्होंने कहा, हां, एक मां और पेशेवर एथलीट बनना मुश्किल है. लेकिन मैं इस पर जोर नहीं देना चाहती. निश्चित रूप से बच्चों के सोने के समय के चक्र के साथ काफी मुश्किल होती है और जुड़वां बच्चों के कारण यह दोगुनी मेहनत है. उन्होंने कहा, मेरे पति भी एथलीट हैं और वह अभ्यास और खेलने के लिये बाहर रहते हैं. इसलिये काफी सारी जिम्मेदारी मेरी होती है लेकिन मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मेरे परिवार के रूप में मेरे पास सहयोग के लिये मजबूत प्रणाली मौजूद है जिससे मुझे सुबह और शाम में अभ्यास करने के लिये समय मिल जाता है. ''
पिछले साल घुटने की चोट और महामारी के कारण उनकी वापसी में विलंब हुआ. वह प्रतिस्पर्धी वापसी जोशना के साथ अप्रैल में ग्लास्गो में होने वाली महिला युगल विश्व चैम्पियनशिप में कर सकती हैं. चेन्नई की इस खिलाड़ी की योजना है कि वह एशियाई खेलों के बाद ही पीएसए पेशेवर टूर में वापसी करेंगी. उन्हें उम्मीद है कि एक और महीने के अभ्यास के बाद वह पूरी तरह से वापसी के लिये तैयार होंगी. पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार से नवाजी जा चुकी पल्लीकल का दो बड़ी प्रतियोगिताओं के लिये भारतीय टीम में चयन ट्रायल्स में उनके प्रदर्शन पर निर्भर करेगा. भारतीय स्क्वाश एवं रैकेट महासंघ के महासचिव साइरस पोंचा पहले ही इसकी जानकारी दे चुके हैं.