मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (फाइल फोटो)
मुंबई: आदत का असर क्या होता है इसका एक मजेदार वाकया नागपुर में देखने को मिला। इन दिनों महाराष्ट्र की उप राजधानी नागपुर में राज्य विधानमंडल का शीतकालीन सत्र चल रहा है। नागपुर की सर्दी के बीच सदन में हो रही बहस से कभी कभार माहौल गरमा रहा है। सोमवार को कुछ ऐसा हुआ कि गरमाता माहौल ठहाकों से ठंडा हो गया।
साढ़े तीन साल की आदत..कैसे जाए...
मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के जिम्मे शहरी विकास विभाग है। सदन में इससे जुड़ी बहस जोरों पर थी। केंद्र सरकार के स्मार्ट सिटी प्लान पर विपक्ष और सत्ता में सहयोगी शिवसेना ने भी आक्रामक रूप से विभाग के प्रमुख मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को घेर लिया। मुख्यमंत्री जब अपना पक्ष रखने लगे तो उनकी जुबान फिसल गई। उन्होंने कांग्रेस के नेता पृथ्वीराज चव्हाण को मुख्यमंत्री कह दिया। इस उल्लेख के तुरंत बाद पूरा सदन हंसी के ठहाके से भर गया। यह आवाज इतनी थी कि खुद सीएम साहब को अपनी गलती समझने में पलभर का ही समय लगा। फिर उन्होंने हालात पर काबू पाते हुए कहा कि, क्या करें पिछले साढ़े तीन साल की जो आदत है।
पृथ्वीराज चव्हाण महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। तब विपक्षी विधायक के रूप में देवेन्द्र फडणवीस अपने भाषण में वैसा ही उल्लेख करते आ रहे थे। आज दुबारा उनकी जुबान पर पृथ्वीराज चव्हाण के नाम के साथ मुख्यमंत्री आ गया।