आगरा:
उत्तर प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू न होने से नाराज एक स्वतंत्रता सेनानी चिमन लाल जैन के खुदकुशी के प्रयास को पुलिस ने बुधवार को नाकाम कर दिया। राज्य में शराबबंदी की मांग को लेकर अभियान चला रहे 97 वर्षीय जैन आगरा स्थित अपने घर में नजरबंद हैं।
जैन ने कहा, 'प्रदेश में शराब की बिक्री बंद करने में राज्य सरकार के नाकाम होने के विरोध में मैं ट्रेन से कटकर अपनी इहलीला समाप्त करने के लिए रेलवे स्टेशन गया था, लेकिन पुलिस ने मुझे रोक लिया।' उन्होंने कहा, 'पुलिस जबरदस्ती मुझे घर ले आई, जहां उन्होंने मुझे नजरबंद कर रखा है। लेकिन, जैसे ही मुझे मौका मिलेगा, मैं अपनी जिंदगी खत्म करने का फिर प्रयास करूंगा।'
बीते एक साल से जैन राज्य में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग को लेकर अभियान चला रहे हैं। उनका मानना है कि जीवन को बर्बाद करने में शराब का सेवन एक प्रमुख कारण है।
तीन बार खुदकुशी का प्रयास कर चुके हैं जैन
जैन कम से कम तीन बार खुदकुशी का प्रयास कर चुके हैं, लेकिन समय पर पुलिस के हस्तक्षेप से उनका हर प्रयास नाकाम हो गया। इससे पहले इस गांधीवादी नेता ने यमुना नदी में कूदकर जान देने का प्रयास किया था, लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोक दिया गया था।
पुलिस अधीक्षक सुशील धुले ने कहा, 'लोगों के पास विरोध करने का अधिकार है, लेकिन पुलिस किसी को अपनी जान देने की मंजूरी नहीं दे सकती।'
बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद उत्तर प्रदेश में कई समूहों ने इसके लिए आंदोलन शुरू किया है। आगरा में जूता बनाने वालों में शराब की लत चिंता का विषय है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
जैन ने कहा, 'प्रदेश में शराब की बिक्री बंद करने में राज्य सरकार के नाकाम होने के विरोध में मैं ट्रेन से कटकर अपनी इहलीला समाप्त करने के लिए रेलवे स्टेशन गया था, लेकिन पुलिस ने मुझे रोक लिया।' उन्होंने कहा, 'पुलिस जबरदस्ती मुझे घर ले आई, जहां उन्होंने मुझे नजरबंद कर रखा है। लेकिन, जैसे ही मुझे मौका मिलेगा, मैं अपनी जिंदगी खत्म करने का फिर प्रयास करूंगा।'
बीते एक साल से जैन राज्य में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग को लेकर अभियान चला रहे हैं। उनका मानना है कि जीवन को बर्बाद करने में शराब का सेवन एक प्रमुख कारण है।
तीन बार खुदकुशी का प्रयास कर चुके हैं जैन
जैन कम से कम तीन बार खुदकुशी का प्रयास कर चुके हैं, लेकिन समय पर पुलिस के हस्तक्षेप से उनका हर प्रयास नाकाम हो गया। इससे पहले इस गांधीवादी नेता ने यमुना नदी में कूदकर जान देने का प्रयास किया था, लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोक दिया गया था।
पुलिस अधीक्षक सुशील धुले ने कहा, 'लोगों के पास विरोध करने का अधिकार है, लेकिन पुलिस किसी को अपनी जान देने की मंजूरी नहीं दे सकती।'
बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद उत्तर प्रदेश में कई समूहों ने इसके लिए आंदोलन शुरू किया है। आगरा में जूता बनाने वालों में शराब की लत चिंता का विषय है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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