एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (फाइल फोटो)
पुणे:
यहां शुरू होने वाले मेट्रो रेल के प्रोजेक्ट का श्रेय लेने मे राजनीतिक दलों में होड़ मची हुई है. पहले मैं, पहले मैं के चक्कर में इस प्रोजेक्ट का दो बार भूमिपूजन होने जा रहा है. शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस योजना का शिलान्यास करेंगे, लेकिन उनसे पहले कांग्रेस ने शुक्रवार को यह काम करने की घोषणा कर दी है.
भूमिपूजन को लेकर कांग्रेस और एनसीपी में भी तनातनी हो गई है. इस समारोह ने कांग्रेस को आगबबूला कर दिया है. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिलते ही एनसीपी ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया है.
पुणे मेट्रो का भूमिपूजन शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगा. शुरुआत में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस मिलकर इसके खिलाफ़ थे. पुणे महानगर पालिका में एनसीपी का कब्ज़ा है. पार्टी ने बाकायदा निमंत्रण पत्र छपवाकर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से एक दिन पहले पुणे मेट्रो का भूमिपूजन पार्टी मुखिया शरद पवार के हाथों कराने का ऐलान किया था, जिसका कांग्रेस ने भी समर्थन किया था.
लेकिन, जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में पुणे मेट्रो के भूमिपूजन के लिए एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार को न्यौता दिया गया, सारा मामला ही पलट गया. एनसीपी ने एक झटके से अपने मुखिया के हाथों भूमिपूजन का नियोजित कार्यक्रम ही रद्द कर प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में शरीक होने की मानसिकता बना ली. अब शरद पवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पुणे मेट्रो के भूमिपूजन के लिए मंच साझा करेंगे.
कांग्रेस ने एनसीपी की इस पलटी पर कड़ा रुख लिया है. पार्टी की पुणे इकाई के अध्यक्ष रमेश बागवे ने मीडिया को बताया कि भले एनसीपी अब शुक्रवार को भूमिपूजन के लिए तैयार न हो कांग्रेस यह समारोह संपन्न करेगी. कांग्रेस ने इसलिए अपने नेता पृथ्वीराज चव्हाण को चुना है. पार्टी अब चव्हाण के हाथों भूमिपूजन कराने का मन बना चुकी है.
भूमिपूजन को लेकर कांग्रेस और एनसीपी में भी तनातनी हो गई है. इस समारोह ने कांग्रेस को आगबबूला कर दिया है. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिलते ही एनसीपी ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया है.
पुणे मेट्रो का भूमिपूजन शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगा. शुरुआत में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस मिलकर इसके खिलाफ़ थे. पुणे महानगर पालिका में एनसीपी का कब्ज़ा है. पार्टी ने बाकायदा निमंत्रण पत्र छपवाकर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से एक दिन पहले पुणे मेट्रो का भूमिपूजन पार्टी मुखिया शरद पवार के हाथों कराने का ऐलान किया था, जिसका कांग्रेस ने भी समर्थन किया था.
लेकिन, जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में पुणे मेट्रो के भूमिपूजन के लिए एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार को न्यौता दिया गया, सारा मामला ही पलट गया. एनसीपी ने एक झटके से अपने मुखिया के हाथों भूमिपूजन का नियोजित कार्यक्रम ही रद्द कर प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में शरीक होने की मानसिकता बना ली. अब शरद पवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पुणे मेट्रो के भूमिपूजन के लिए मंच साझा करेंगे.
कांग्रेस ने एनसीपी की इस पलटी पर कड़ा रुख लिया है. पार्टी की पुणे इकाई के अध्यक्ष रमेश बागवे ने मीडिया को बताया कि भले एनसीपी अब शुक्रवार को भूमिपूजन के लिए तैयार न हो कांग्रेस यह समारोह संपन्न करेगी. कांग्रेस ने इसलिए अपने नेता पृथ्वीराज चव्हाण को चुना है. पार्टी अब चव्हाण के हाथों भूमिपूजन कराने का मन बना चुकी है.
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