
- महाराष्ट्र के विधान परिषद में भाजपा विधायक विक्रांत पाटील ने मालेगांव के अवैध बूचड़खानों से निकलने वाले प्रदूषित पानी को मौसम नदी में छोड़े जाने का आरोप लगाया है।
- विक्रांत पाटील ने कहा कि इस प्रदूषण से नदियों की धार्मिक महत्ता को ठेस पहुंचती है क्योंकि हिंदू धर्म में नदियों को मां का दर्जा दिया गया है।
- उन्होंने बताया कि प्रदूषित पानी मालेगांव के लोग पीने और खेती के लिए उपयोग कर रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों को खतरा है।
महाराष्ट्र के विधान परिषद में भाजपा विधायक विक्रांत पाटील ने मालेगांव में अवैध बूचड़खानों के मुद्दे पर सवाल उठाया है. उनका आरोप है कि इन अवैध बूचड़खानों से निकलने वाला खून और गंदा पानी नाले के माध्यम से मौसम नदी में छोड़ा जा रहा है, जिससे नदी का प्रदूषण बढ़ रहा है. विक्रांत पाटील ने कहा कि नदियों को हिंदू धर्म में मां का दर्जा दिया गया है और इस तरह के प्रदूषण से धार्मिक भावनाएं आहत हो सकती हैं. यह मुद्दा न केवल पर्यावरण के लिए खतरनाक है, बल्कि धार्मिक दृष्टिकोण से भी बहुत संवेदनशील है.
विक्रांत पाटिल ने कहा कि हम कुंभ की तैयारी कर रहे हैं और गोदावरी नदी में भी इसी प्रकार का पानी छोड़ा जा रहा है. उन्होंने प्रशासन से इस मुद्दे पर ध्यान देने का आग्रह किया है.
बीजेपी विधायक विक्रांत पाटिल ने दावा किया कि इन बूचड़खानों से निकलने वाला खून और गंदा पानी मौसम नदी में छोड़ा जा रहा है, जो गोदावरी नदी की एक सहायक नदी है. विक्रांत पाटिल ने अपने दावे के समर्थन में फोटो और वीडियो प्रस्तुत किए और कहा कि यही प्रदूषित पानी मालेगांव के लोग पीने और खेती के लिए उपयोग करने को मजबूर हैं.
सरकार की ओर से मंत्री उदय सामंत ने बताया कि पुलिस को सूचित किया जाएगा कि जहां पर अवैध कत्लखाने है. उन पर कार्रवाई हो. जिस दिन त्यौहार होता है उस दिन ये कत्लखाने बंध किये जाए.अगर आप पेन ड्राइव और सभी सबूत पेश कर रहे हैं तो उन अधिकारियों पर भी उचित कार्रवाई होगी जिन्होंने ऐसा जवाब दिया.
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