भूपेश बघेल होंगे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री
नई दिल्ली:
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के परिणामों के ऐलान के बाद छठवें दिन भूपेश बघेल का नाम मुख्यमंत्री के रूप में तय हो गया. रविवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) को मुख्यमंत्री चुना गया. बघेल बतौर सीएम सोमवार शाम करीब 4.30 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. हाालंकि, अभी कुछ देर में कांग्रेस आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा करेगी. मुख्यमंत्री की रेस में बघेल के अलावा टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू और चरण दास महंत थे. भूपेश बघेल का सियासी सफर काफी रोमांचक और उठा-पटक वाला रहा है. एक बार तो उन्हें जेल भी जाना पड़ा.
कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल अपने आक्रामक तेवर के लिए पहचाने जाते हैं. 80 के दशक में उन्होंने यूथ कांग्रेस के साथ अपनी पारी शुरू की, 1993 में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भूपेश कांग्रेस से दुर्ग की पाटन सीट से उम्मीदवार बने और जीत दर्ज की. मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह की सरकार में भूपेश कैबिनेट मंत्री बने. झीरम घाटी में अपने बड़े नेताओं की मौत के बाद बघेल ने कांग्रेस को नेतृत्व संकट से निकाला पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके बेटे अमित जोगी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने का साहस किया. 2003 में रमन सिंह सरकार के सामने भूपेश विपक्ष में उपनेता बने.
रमन सरकार के कई कथित घोटालों के खिलाफ कई हिस्सों में बघेल ने पदयात्रा निकालकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नया जोश भरा. कुछ महीनों पहले बीजेपी के मंत्री राजेश मूणत से जुड़ी एक कथित सेक्स सीडी के मामले में भूपेश बघेल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया, तब उन्होंने जमानत लेने से इनकार कर दिया. बघेल के पक्ष में जातिगत समीकरण भी बैठा क्योंकि बघेल कुर्मी जाति से आते हैं, जिनकी हिस्सेदारी राज्य की ओबीसी आबादी में लगभग 36 फीसद है.
कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल अपने आक्रामक तेवर के लिए पहचाने जाते हैं. 80 के दशक में उन्होंने यूथ कांग्रेस के साथ अपनी पारी शुरू की, 1993 में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भूपेश कांग्रेस से दुर्ग की पाटन सीट से उम्मीदवार बने और जीत दर्ज की. मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह की सरकार में भूपेश कैबिनेट मंत्री बने. झीरम घाटी में अपने बड़े नेताओं की मौत के बाद बघेल ने कांग्रेस को नेतृत्व संकट से निकाला पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके बेटे अमित जोगी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने का साहस किया. 2003 में रमन सिंह सरकार के सामने भूपेश विपक्ष में उपनेता बने.
रमन सरकार के कई कथित घोटालों के खिलाफ कई हिस्सों में बघेल ने पदयात्रा निकालकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नया जोश भरा. कुछ महीनों पहले बीजेपी के मंत्री राजेश मूणत से जुड़ी एक कथित सेक्स सीडी के मामले में भूपेश बघेल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया, तब उन्होंने जमानत लेने से इनकार कर दिया. बघेल के पक्ष में जातिगत समीकरण भी बैठा क्योंकि बघेल कुर्मी जाति से आते हैं, जिनकी हिस्सेदारी राज्य की ओबीसी आबादी में लगभग 36 फीसद है.
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