देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में एडमिशन को लेकर चल रही धांधली के मामले में विश्वविद्यालय की कुलपति ने एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में कोई भी एडमिशन पेमेंट लेकर नहीं होता है और यहां का कोई भी स्टूडेंट किसी भी प्रकार से किसी भी बिचौलिए को एडमिशन के लिए रुपए न दे.
दरअसल, हाल ही में हुई CUT की परीक्षाओं के परीक्षा परिणाम आने से पहले ही छात्रों को प्रवेश के नाम पर ठगी करने वाले सक्रिय गिरोह के होने की अफ़वाह DAVV में तेज़ी से फेल गई, जिसके बाद कोई भी स्टूडेंट इस ठगी का शिकार हो उससे पहले ही कुछ ठगों की जानकारी भी DAVV की कुलपति को मिल गई. जिसके बाद उनके द्वारा सबसे पहले तो एक नोटिफिकेशन DAVV की वेबसाइट पर जारी करने के आदेश दिए गए और मीडिया के माध्यम से CUT के तहत की जाने वाली प्रवेश प्रक्रिया की जानकारी देते हुए ठगों से दूर रहने की बात कही गई.
इस मामले में डीएवीवी इंदौर की कुलपति प्रोफेसर रेनू जैन ने बताया कि “शिक्षण संस्थानों में नए सत्र की शुरुआत में पहला कदम छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया होती है, इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया को पूर्ण पारदर्शी रखने के उद्देश्य से CUT प्रक्रिया के तहत प्रवेश दिया जाता है.” उन्होंने आगे बताया कि “प्रवेश प्रक्रिया शुरू होते ही जानकारी मिली कि प्रवेश दिलाने के लिए कुछ लोग रुपए मांग रहे हैं जिसकी सूचना उन्हें मिली तो उन्होंने डीएवीवी की साइट पर एक नोटिफिकेशन देने का आदेश जारी किया.” कुलपति ने यह भी कहा कि “प्रवेश प्रक्रिया सिर्फ और सिर्फ CUT के फॉर्मेट से ही दी जाएगी.” हालांकि उन्होंने कहा कि इस तरह की अफवाह की कोई शिकायत पुलिस को नहीं दी जा रही है.
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