मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के भिंड (Bhind) में स्वास्थ्य सेवाएं बद से बदतर होती जा रही हैं. ताजा मामला दबोह इलाके में सामने आया. यहां एक बुजुर्ग का स्वास्थ्य खराब हो गया. बुजुर्ग को अस्पताल ले जाने के लिए उनके परिजन 108 एम्बुलेंस (Ambulance) को फोन लगाते रहे लेकिन एम्बुलेंस नहीं पहुंची. मजबूरी में बुजुर्ग के बेटे हरि सिंह ने एक ठेला लिया और उस पर अपने पिता को लिटाकर 5 किलोमीटर तक ठेले को धकेलकर अस्पताल पहुंचा. वहां पहुंचने पर उसके पिता का उपचार हो सका.
यह मामला मारपुरा गांव का बताया जा रहा है. मारपुरा गांव निवासी हरिकृष्ण विश्वकर्मा की माली हालत बहुत अच्छी नहीं है. उसके पास इतने पैसे भी नहीं कि खुद का मोबाइल फोन खरीद सके. उसने पिता की तबीयत खराब हो जाने पर पड़ोसी का फोन लेकर एम्बुलेंस को फोन लगाया था लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची.
ये मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था है जो ठेले पर है ... ये ठेला भिंड का है, वैसे कोई भी ज़िला जोड़ सकते हैं फर्क नहीं पड़ता जहां मरीज़ को एंबुलेंस, मृतक को शव वाहन किस्मत से ही मिलता है. pic.twitter.com/fc4WFSVkwT
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) August 16, 2022
परेशान हरिकृष्ण विश्वकर्मा हाथ ठेले पर पिता को लिटाकर अस्पताल लेकर पहुंचा. इस मामले में लहार बीएमओ धर्मेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि अपने वरिष्ठ अधिकारी को अवगत कराकर कड़ी से कड़ी कार्रवाही कराएंगे. बीएमओ खुद मान रहे हैं कि यह दुखद घटना है.
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