पुलिस मामले की जांच कर रही है. वह 2016 में जब एक सड़क हादसे में घायल हुए थे तब उनसे मिलने आए लोगों में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गुजरात की तत्कालीन मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल शामिल थे. इससे 50 साल के अध्यात्म गुरू के रसूख और नेताओं के बीच उनकी लोकप्रियता का पता चलता है. भैय्यू महाराज मॉडल से अध्यात्म गुरू बने थे, गौरतलब है कि कुछ महीने पूर्व मध्यप्रदेश सरकार ने पांच धार्मिक नेताओं को राज्यमंत्री का दर्जा दिया था, जिसमें भय्यूजी महाराज भी शामिल थे. सरकार के इस कदम के बाद विवाद खड़ा हो गया था.
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इंदौर के उनके आश्रम का दौरा करने वाले लोगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विलासराव देशमुख, प्रतिभा पाटिल, उद्धव एवं राज ठाकरे, लता मंगेशकर और आशा भोंसले शामिल थे. आध्यात्मिक गुरु भय्यूजी महाराज निधन पर मध्य प्रदेश के सीएम से लेकर अन्य बीजेपी और कांग्रेसी नेताओं ने शोक जताया.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भय्यूजी महाराज के निधन पर शोक जताया और कहा, ‘संत भय्यूजी महाराज मेरी श्रद्धांजलि.’ देश ने एक व्यक्ति खो दिया है, जो संस्कृति, ज्ञान और निःस्वार्थ सेवा का संगम था:
My tribute to saint Bhayyuji Maharaj (who allegedly committed suicide). The country has lost a person who was a confluence of culture, knowledge & selfless service: #MadhyaPradesh CM Shivraj Singh Chouhan (File pic) pic.twitter.com/9g9hOP9cFx
— ANI (@ANI) June 12, 2018
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि भैय्यू महाराज को राज्य में किए गए उनके सामाजिक कार्यों के लिए याद किया जाएगा. उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘ उनसे बहुत सारे राजनीतिक लोग मिलते थे. वह एक आध्यात्मिक व्यक्ति थे जिन्होंने लोगों को अच्छाई के लिए प्रेरित किया था. वह अकसर महाराष्ट्र आते थे और बहुत सारे लोगों से मिलते थे एवं सामाजिक कार्यों से भी जुड़े हुए थे.
Shocked to hear sudden demise of spiritual leader #BhaiyyujiMaharaj . His spiritual, social and political work was always aimed at helping common people. My condolences. May his soul rest in peace
— Prithviraj Chavan (@prithvrj) June 12, 2018
भय्यूजी महाराज की खुदकुशी पर पर कांग्रेस के मनक अग्रवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने विशेषाधिकार स्वीकार करने और सरकार का समर्थन करने के लिए उनपर दबाव डाला था, जिसे उन्होंने करने से इनकार कर दिया था. वह बहुत सारे मानसिक दबाव में था. इस मामले की सीबीआई जांच की जानी चाहिए.
इंदौर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अजय कुमार शर्मा ने बताया कि भय्यूजी महाराज का उपचार के दौरान अस्पताल में निधन हो गया है.#MadhyaPradesh government had put pressure on him to accept privileges & support the government, which he refused to do. He was under a lot of mental pressure. CBI probe should be done: Manak Agarwal, Congress on Bhayyuji Maharaj's alleged suicide pic.twitter.com/DhYJd2g8qY
— ANI (@ANI) June 12, 2018
VIDEO: आध्यात्मिक गुरु भय्यूजी महाराज ने खुद को गोली मारी
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