छत्तीसगढ़ में 90 में से 35 सीटों पर BSP लड़ेगी.
नई दिल्ली:
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को झटका लगा है. अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस (छत्तीसगढ़-जे) और मायावती की बीएसपी के बीच गठबंधन हुआ है और वे दोनों साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. दोनों दलों के बीच हुए समझौते के तहत 90 में से 35 सीटों पर BSP, लड़ेगी जबकि अजीत जोगी की पार्टी 55 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. इससे पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि बसपा छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकती है.
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बसपा 35 और जनता कांग्रेस पार्टी 55 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि अगर हम चुनाव जीतते हैं तो अजीत जोगी मुख्यमंत्री बनेंगे. बता दें कि छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कांग्रेस से निष्कासित किए जाने के बाद अपनी पार्टी का गठन किया था. मायावती ने कहा कि गठबंधन को लेकर उनकी राय स्पष्ट है कि उनकी पार्टी किसी भी दल के साथ तभी गठबंधन करेगी, जब उसे समझौते के तहत सम्माजनक संख्या में सीटें मिलें. साथ ही उसकी सोच बसपा की 'सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय' की सोच से भी मेल खाती हो. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने इन दोनों बातों पर गंभीरता से गौर करने के बाद छत्तीसगढ़ में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के साथ गठबंधन करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के लिए दोनों पार्टियां संगठित चुनाव अभियान चलाएंगी, जिसकी रूपरेखा जल्द ही तैयार कर ली जाएगी. कुछ ही दिनों में वहां दोनों पार्टियों की संयुक्त रैली होगी.
बसपा प्रमुख ने एक सवाल पर कहा कि उनकी पार्टी तथा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ही भाजपा को छत्तीसगढ़ में रोकने में सक्षम है, लेकिन अगर कुछ और क्षेत्रीय पार्टियां हमारे साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहेंगी, तो हम उनका भी सहयोग लेंगे. मायावती ने कहा कि जहां तक छत्तीसगढ़ का सवाल है तो वहां पिछले 15 साल से भाजपा की सरकार है. वहां उसने दलितों, गरीबों और आदिवासियों के लिए कोरी घोषणाओं के सिवा और कोई काम नहीं किया है. उनका तथा अजीत जोगी दोनों का ही मानना है कि राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ की उपेक्षा को दूर करने के लिए एक मजबूत क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और नेतृत्व की आवश्यकता है,
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा कि बीजेपी पिछले 15 साल से सत्ता में है. सत्ता का दुरुपयोग, पैसे का दुरुपयोग, प्रशासनिक तंत्रों का दुरुपयोग करके वह फिर से सत्ता में आना चाहती है. अब हमारा गठबंधन हो गया है. मायावती जी और हमलोग मिलकर बीजेपी को जरूर रोक लेंगे. जोगी ने कहा कि बसपा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का छत्तीसगढ़ में मजबूत जनाधार है. दोनों दलों के साथ आने से इस राज्य के गरीब, दलित, आदिवासी, अन्य पिछड़ा वर्ग, धार्मिक अल्पसंख्यक तथा मेहनतकश समाज संगठित होगा. साथ ही संतुलित तथा स्थानीय लोगों के विकास के लिए भारी बहुमत से सरकार बनाएगा.
VIDEO : छत्तीसगढ़ में जोगी-मायावती साथ-साथ लड़ेंगे चुनाव
बता दें कि छत्तीसगढ़ में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुटे हुए हैं. एक तरफ जहां बीजेपी वर्तमान मुख्यमंत्री रमन सिंह के नेतृत्व में ही विधानसभा का चुनाव लड़ेगी, वहीं कांग्रेस ने अब तक सीएम पद के उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है.
Bahujan Samaj Party(BSP) has decided to contest upcoming assembly polls in alliance with Janta Congress Chhattisgarh. BSP will fight on 35 seats&Janta Congress Chhattisgarh will contest on 55 seats.If we win, Ajit Jogi will be the CM: BSP Chief Mayawati on #Chhattisgarh elections pic.twitter.com/pnW0APhAUL
— ANI (@ANI) September 20, 2018
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बसपा 35 और जनता कांग्रेस पार्टी 55 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि अगर हम चुनाव जीतते हैं तो अजीत जोगी मुख्यमंत्री बनेंगे. बता दें कि छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कांग्रेस से निष्कासित किए जाने के बाद अपनी पार्टी का गठन किया था. मायावती ने कहा कि गठबंधन को लेकर उनकी राय स्पष्ट है कि उनकी पार्टी किसी भी दल के साथ तभी गठबंधन करेगी, जब उसे समझौते के तहत सम्माजनक संख्या में सीटें मिलें. साथ ही उसकी सोच बसपा की 'सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय' की सोच से भी मेल खाती हो. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने इन दोनों बातों पर गंभीरता से गौर करने के बाद छत्तीसगढ़ में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के साथ गठबंधन करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के लिए दोनों पार्टियां संगठित चुनाव अभियान चलाएंगी, जिसकी रूपरेखा जल्द ही तैयार कर ली जाएगी. कुछ ही दिनों में वहां दोनों पार्टियों की संयुक्त रैली होगी.
बसपा प्रमुख ने एक सवाल पर कहा कि उनकी पार्टी तथा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ही भाजपा को छत्तीसगढ़ में रोकने में सक्षम है, लेकिन अगर कुछ और क्षेत्रीय पार्टियां हमारे साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहेंगी, तो हम उनका भी सहयोग लेंगे. मायावती ने कहा कि जहां तक छत्तीसगढ़ का सवाल है तो वहां पिछले 15 साल से भाजपा की सरकार है. वहां उसने दलितों, गरीबों और आदिवासियों के लिए कोरी घोषणाओं के सिवा और कोई काम नहीं किया है. उनका तथा अजीत जोगी दोनों का ही मानना है कि राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ की उपेक्षा को दूर करने के लिए एक मजबूत क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और नेतृत्व की आवश्यकता है,
BJP has been in power in Chhattisgarh for past 15 years. Satta ka durupyog, paise ka durupyog, prashasnik tantra ka durupoyog karke woh phir se satta mein aana chahti hai. Ab humara gathbandhan ho gaya hai, Mayawati ji aur humlog mil kar unko(BJP) avashya rok lenge: Ajit Jogi pic.twitter.com/gGPIShNbCi
— ANI (@ANI) September 20, 2018
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा कि बीजेपी पिछले 15 साल से सत्ता में है. सत्ता का दुरुपयोग, पैसे का दुरुपयोग, प्रशासनिक तंत्रों का दुरुपयोग करके वह फिर से सत्ता में आना चाहती है. अब हमारा गठबंधन हो गया है. मायावती जी और हमलोग मिलकर बीजेपी को जरूर रोक लेंगे. जोगी ने कहा कि बसपा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का छत्तीसगढ़ में मजबूत जनाधार है. दोनों दलों के साथ आने से इस राज्य के गरीब, दलित, आदिवासी, अन्य पिछड़ा वर्ग, धार्मिक अल्पसंख्यक तथा मेहनतकश समाज संगठित होगा. साथ ही संतुलित तथा स्थानीय लोगों के विकास के लिए भारी बहुमत से सरकार बनाएगा.
VIDEO : छत्तीसगढ़ में जोगी-मायावती साथ-साथ लड़ेंगे चुनाव
बता दें कि छत्तीसगढ़ में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुटे हुए हैं. एक तरफ जहां बीजेपी वर्तमान मुख्यमंत्री रमन सिंह के नेतृत्व में ही विधानसभा का चुनाव लड़ेगी, वहीं कांग्रेस ने अब तक सीएम पद के उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है.
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