मध्य प्रदेश के सागर जिले से एक बार फिर मध्याह्न् भोजन योजना के संचालन में लापरवाही बरते जाने का मामला सामने आया है. एक स्कूल में बच्चों को मध्याह्न् भोजन की रोटी हाथ में परोसी जा रही है. छोटे बच्चे रोटी को अपनी गोद में रखकर खाने को मजबूर हैं. इससे पहले इसी जिले में बच्चों द्वारा खाने की थालियां गंदे पानी में धोने की तस्वीरें सामने आई थीं. सागर जिले के सुरखी विधानसभा क्षेत्र का विकासखंड है जैसीनगर. इस विधानसभा क्षेत्र से राज्य के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत विधायक हैं. यहां के तोड़ा तरफदार के सरकारी स्कूल में बच्चों को मध्यान्ह भोजन की रोटी हाथ में दी जाती है, जबकि प्लास्टिक की कटोरी में सब्जी मिलती है. छोटे बच्चे एक साथ दो रोटी हाथ में पकड़ नहीं पाते तो वे उन रोटियों को अपनी जांघ पर अथवा गोदी में रखकर खाते हैं.
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इस मामले के सामने आने पर जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी चेतना पाटील ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, "बच्चों द्वारा हाथ में रोटी लेकर खाने का मामला उनके सामने आया है. इसकी जांच करा रहे हैं, सच पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी. खाद्यान्न आपूर्ति करने वाले समूह को इस काम से हटा दिया जाएगा.' सूत्रों के अनुसार, यहां बच्चों के खाने के लिए थालियां हैं, मगर उन्हें थालियां नहीं मिलतीं, क्योंकि बर्तन साफ करने के लिए कोई कर्मचारी ही नहीं है. वहीं भोजन बनाने वाले बर्तन साफ करने को तैयार नहीं हैं.
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इससे पहले सागर जिले के मकरोनिया क्षेत्र में भी बच्चों द्वारा थालियां गंदे पानी से धोने का मामला सामने आ चुका है. अब बच्चों को हाथ में रोटी देने की बात सामने आई है.
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