(प्रतीकात्मक तस्वीर)
भोपाल:
मध्य प्रदेश के लगभग 50 हजार विद्युतकर्मी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को काम बंद असहयोग आंदोलन पर हैं. इस आंदोलन से फिलहाल बिजली आपूर्ति प्रभावित नहीं हुई है, मगर आंदोलनकारियों ने मांगें न मानने पर बिजली आपूर्ति में भी असहयोग करने की चेतावनी दी है. मप्र बिजली फेडरेशन फोरम के संयोजक वी. के. परिहार ने बताया कि राज्य के बिजली कर्मचारियों को सातवें वेतनमान का लाभ दिलाने, संविदा कर्मियों को नियमित करने और बिजली उपभोक्ताओं के अनुपात में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने को लेकर प्रदेश भर के कर्मचारी और अधिकारी शुक्रवार को एक दिवसीय असहयोग आंदोलन पर हैं.
परिहार ने आगे कहा, 'बिजली कंपनियों द्वारा कर्मचारियों की आउट सोर्सिग की जा रही है, इस कारण भी बिजली कर्मचारियों में असंतोष है. कंपनी द्वारा कर्मचारियों की कमी पूरी करने के लिए भर्ती की जाए, यह मांग भी कर्मचारियों की है.'
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परिहार ने आगे कहा, 'अभी एक दिन का असहयोग आंदोलन किया जा रहा है, लेकिन सरकार ने मांगों पर जल्द फैसला नहीं लिया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा, जिससे प्रदेश में विद्युत आपूर्ति भी प्रभावित हो सकती है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
परिहार ने आगे कहा, 'बिजली कंपनियों द्वारा कर्मचारियों की आउट सोर्सिग की जा रही है, इस कारण भी बिजली कर्मचारियों में असंतोष है. कंपनी द्वारा कर्मचारियों की कमी पूरी करने के लिए भर्ती की जाए, यह मांग भी कर्मचारियों की है.'
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