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मुंबई: अंधेरी में पकड़े गए शूटरों में से एक का बड़ा खुलासा, अनमोल बिश्नोई से था संपर्क, बाबा सिद्दीकी जैसे हत्याकांड...

यह बात भी सामने आई है कि शूटर विकास ठाकुर ने कई दफा लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से बात भी की थी. वहीं जांच की जा रही है कि शूटर को अनमोल बिश्नोई से क्या इंस्ट्रक्शन मिल थे?

मुंबई: अंधेरी में पकड़े गए शूटरों में से एक का बड़ा खुलासा, अनमोल बिश्नोई से था संपर्क, बाबा सिद्दीकी जैसे हत्याकांड...
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुंबई के अंधेरी स्तिथ ईसी होटल से क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटॉर्शन सेल ने पिछले महीने खुफिया जानकारी के आधार पर अंधेरी इलाके से 5 लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से 7 बंदूक और 21 लाइव बुलेट्स बरामद की थी. सूत्रों ने दावा किया है कि पूछताछ के दौरान एक आरोपी ने खुलासा किया कि वो अनमोल बिश्नोई के संपर्क में था. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम सुमित कुमार दिलावर, विकास ठाकुर, देवेंद्र सक्सेना, श्रेयांश यादव और विवेक कुमार गुप्ता है.

सूत्रों के अनुसार यह बात भी सामने आई है कि शूटर विकास ठाकुर ने कई दफा लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से बात भी की थी. वहीं जांच की जा रही है कि शूटर को अनमोल बिश्नोई से क्या इंस्ट्रक्शन मिल थे और क्या अंधेरी में गिरफ्तार होने से पहले उसी के कहने पर वह मुंबई आया था? 

मुंबई पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार किए गए आरोपी मुंबई में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए ही आए थे और बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की तरह ही उन्हें मुंबई पहुंचने के बाद टारगेट का नाम बताया जाना था. बाबा सिद्धीकी हत्याकांड में भी शूटरों के मुंबई पहुंचने के बाद उन्हें टारगेट का नाम बताया गया था. सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार किए गए 5 आरोपियों को वारदात को अंजाम देने के लिए 50 लाख रुपये देने का वादा किया गया था.

हालांकि, यह सुपारी किस गैंग और गैंगस्टर ने दी थी, उसका खुलासा अब तक नहीं हो पाया है. वहीं गिरफ्तार आरोपियों को हथियारों के साथ मुंबई पहुंचने को कहा गया था. वहां पहुंचने के बाद उन्हें होटल में रूम किराए पर लेकर रुकने के निर्देश थे. मुंबई पहुंचने के बाद उन्हें वारदात को अंजाम देने के लिए भेजने वाली गैंग की तरफ से टारगेट का नाम बताया जाना था. लेकिन उसके पहले ही एंटी एक्सटॉर्शन सेल के अधिकारियों की सतर्कता के चलते पूरे प्लान का पर्दाफाश हो गया और आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए.

सूत्रों की माने तो आरोपियों के आने और मुंबई में एक बड़ी वारदात को अंजाम देने की टिप एंटी एक्सटॉर्शन सेल के एक अधिकारी को ही गोपनीय सूत्रों से मिल गई थी. सूत्रों के अनुसार, आरोपियों के निशाने पर मुंबई का एक बड़ा व्यक्ति था, लेकिन उसके नाम का खुलासा फिलहाल नहीं हो सका है, क्योंकि आरोपियों को मुंबई में आने के कुछ दिन बाद टारगेट का नाम बताया जाना था.

मामले में इससे पहले लॉरेंस बिश्नोई गैंग के होने के बात सामने आई थी, लेकिन क्राइम ब्रांच ने बाद में आधिकारिक तौर पर इससे इनकार कर दिया. हालांकि, आरोपी किसी गैंगस्टर के कहने पर ही बड़ी वारदात को अंजाम देने आए थे, इसका खुलासा हुआ था. आरोपियों के मोबाइल से कई अहम सबूत भी क्राइम ब्रांच को मिले हैं.

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