विज्ञापन
This Article is From Apr 11, 2019

लालू यादव बोले- वह दो मुहां सांप है, कब किधर जाएगा, किसी को पता है?

चारा घोटाले में सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव ने क्या नीतीश कुमार पर ट्वीट के जरिए साधा निशाना?

लालू यादव बोले- वह दो मुहां सांप है, कब किधर जाएगा, किसी को पता है?
राजद सुप्रीमो लालू यादव की फाइल फोटो.
नई दिल्ली:

राजद सुप्रीमो लालू यादव भले जेल में हैं, मगर सोशल मीडिया से उनका लोगों से नाता बना हुआ है. यूं तो पुलिस कस्टडी या जेल में कोई मोबाइल फोन नहीं रख सकता, मगर कहा जाता है कि लालू यादव का ट्विटर हैंडल बाहर से कोई भरोसेमंद व्यक्ति संचालित करता है. जो उनके विचार ट्वीट के जरिए लोगों तक पहुंचाता है. इस बार लालू यादव ने बिना किसी का नाम लिए एक ट्वीट कर लोगों को अटकलें लगाने पर मजबूर कर दिया. उन्होंने कहा- वह दो मुंहा सांप है. कब किधर जाएगा, किसी को पता है? कोई लेगा उसकी गारंटी? लेगा कोई? माना जाता है कि इस ट्वीट के जरिए उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पाला बदलने पर निशाना साधा है. दरअसल लालू यादव की पार्टी राजद और नीतीश की पार्टी जदयू ने विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा था और गठबंधन सरकार बनाई थी, मगर बाद में नीतीश गठबंधन छोड़कर बीजेपी के साथ चले आए. 

चारा घोटाले (Fodder Scam) में जेल में बंद राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) की हाल में एक बार फिर  सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने जमानत खारिज कर दी है. लालू यादव (Lalu Yadav News) ने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए कोर्ट से जमानत मांगी थी, लेकिन सीबीआई (CBI) ने उनकी जमानत याचिका का विरोध किया था. सीबीआई ने कहा था कि लालू यादव लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के लिए जमानत मांग रहे हैं. जमानत अर्जी खारिज होने के बाद लालू यादव ने ट्वीट कर कहा कि 44 वर्षों में पहला चुनाव है, जिसमें आपके बीच नहीं हूं. चुनावी उत्सव में आप सबों के दर्शन नहीं होने का अफ़सोस है. आपकी कमी खली रही है इसलिए जेल से ही आप सबों के नाम पत्र लिखा है. आशा है आप इसे पढ़ियेगा एवं लोकतंत्र और संविधान को बचाइयेगा. जय हिंद, जय भारत. लालू यादव ने अपने इस ट्वीट के साथ एक पत्र को साझा किया है. 

 44 वर्षों में पहला चुनाव है जिसमें आपके बीच नहीं हूँ। चुनावी उत्सव में आप सबों के दर्शन नहीं होने का अफ़सोस है। आपकी कमी खली रही है इसलिए जेल से ही आप सबों के नाम पत्र लिखा है। आशा है आप इसे पढ़ियेगा एवं लोकतंत्र और संविधान को बचाइयेगा। जय हिंद, जय भारत.लालू यादव ने इसमें लिखा है, 'इस वक्त जब बिहार एक नई गाथा लिखने जा रहा है. लोकतंत्र का उत्सव चल रहा है. यहां रांची के अस्पताल में अकेले बैठकर मैं सोच रहा हूं कि क्या विध्वंसकारी शक्तियां मुझे इस तरह कैद कराके बिहार में पिर किसी षड्यंत्र की पठकथा लिखने में सफल हो पाएंगी. मेरे रहते बिहारवासियों के सात मैं फिर से धोखा नहीं होने दूंगा. मैं कैद में हूं मेरे विचार वहीं. अपने विचारों को आपसे साझा कर रहा हूं, क्योंकि एक दूसरे से विचारों को साझा करके ही हम इन बांटने वाली ताकतो से लड़ सकते हैं. 

उन्होंने आगे लिखा, 'इस बार चुनाव में सबकुछ दांव पर है. इस बार का चुनाव पहले जैसा नहीं है. देश, समाज, लालू यानी आपका बराबरी से सिर उठाकर चलने का जज्बा देने वाला और आपके हक और इज्जत और गरिमा सब दांव पर है. लड़ाई आर-पार की है. मेरे गले में सरकार और चालबाजों का फंदा फंसा हुआ है. उम्र के साथ शरीर साथ नहीं दे रहा पर आन और आबरू की लड़ाई में लालू की ललकार हमेशा रहेगी.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com