लोकसभा चुनाव (Election 2019) के सातवें और अंतिम चरण में वाराणसी में हो रहे मतदान के बीच इस सीट से पूर्व सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने पीएम मोदी (PM Modi) की जीत को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने रविवार को कहा कि वह कौन होते हैं नरेन्द्र मोदी (PM Modi) को आशीर्वाद देने वाले, जब वाराणसी की जनता ही प्रधानमंत्री (PM Modi)को आशीर्वाद दे रही है. बता दें कि पीएम मोदी वाराणसी से एक बार फिर चुनाव मैदान मे हैं. याद हो कि 2009 में वाराणसी से भाजपा के टिकट पर जीत हासिल करने वाले जोशी को 2014 के चुनाव में कानपुर से उम्मीदवार बनाया गया था और वाराणसी से पीएम मोदी ने चुनाव लड़ा था.
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हालांकि. भाजपा ने इस बार जोशी को कहीं से भी टिकट नहीं दिया था. मतदान करने के बाद जोशी से पत्रकारों ने पूछा कि क्या उनका आशीर्वाद पीएम मोदी के साथ है, इस पर जोशी ने कहा, "मैं कौन होता हूं? लोग उन्हें आशीर्वाद दे रहे हैं. मुरली मनोहर जोशी ने यहां प्रसिद्ध काशी विश्ववनाथ और संकट मोचन मंदिरों के दर्शन किये. वह भाजपा के अध्यक्ष और 1999 से 2004 के बीच राजग सरकार में केन्द्रीय मंत्री रह चुके हैं.
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बता दें कि इस बार वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस ने अजय राय और गठबंधन ने शालिनी यादव को मैदान में उतारा है. पहले पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस द्वारा प्रियंका गांधी को मैदान में उतारने की बात हो रही थी. लेकिन कांग्रेस ने प्रियंका की जगह अजय राय को ही दोबारा टिकट दिया है. गौरतलब है कि ऐसी खबरें आ रही थीं कि लोकसभा चुनाव में टिकट न दिए जाने से मुरली मनोहर जोशी और एलके आडवाणी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से खासे खफा हैं. ऐसी खबरों के सार्वजनिक होने के बाद ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने दोनों नेताओं से मुलाकात की थी.
अमित शाह पहले मुरली मनोहर जोशी से मिलने पहुंचे थे. आधे घंटे से ज्यादा देर तक चली इस मुलाकात के बाद वह पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से मिले थे. शाह ने आडवाणी से मुलाकात ऐसे समय में की थी, जब उन्होंने कुछ दिन पहले ही एक ब्लॉग में लिखा कि भाजपा ने अपने राजनीतिक विरोधियों को कभी भी शत्रु या राष्ट्र विरोधी नहीं माना था.
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उन्होंने कहा था कि भारतीय लोकतंत्र की खुशबू विविधता और अभिव्यक्ति की आजादी का सम्मान करना है. स्थापना के समय से ही भाजपा ने हमसे राजनीतिक असहमति रखने वालों को कभी भी अपना शत्रु नहीं माना, बल्कि उन्हें सिर्फ अपना प्रतिद्वंद्वी माना. आडवाणी ने कहा था कि इसी तरह हमारी भारतीय राष्ट्रवाद की अवधारणा में हमने उन लोगों को राष्ट्र-विरोधी कभी नहीं माना, जो हमसे राजनीतिक रूप से असहमत थे. इस टिप्पणी को मोदी के नेतृत्व को आडवाणी की तरफ से एक संदेश के रूप में देखा गया, जो पाकिस्तान के बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाने वालों पर राष्ट्रीय हित के खिलाफ काम करने का आरोप लगाता आ रहा था. (इनुपट भाषा से)
VIDEO: एलके आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से अमित शाह की मुलाकात.
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