दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की सभी संभावनाएं खत्म हो गई हैं. यह एक प्रकार से आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के लिए बड़ा झटका है. जो पिछली बार सार्वजनिक रूप से कांग्रेस से गठबंधन की इच्छा जताते रहे हैं. जबकि दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित गठबंधन के पक्ष में नहीं थीं. आखिरकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने गठबंधन से दूर रहने का फैसला किया है. पार्टी नेताओं से रायशुमारी के बाद राहुल गांधी ने तय किया कि दिल्ली में कांग्रेस अकेले ही चुनाव लड़ेगी. पार्टी के इस फैसले की जानकारी देने के लिए केसी वेणुगोपाल और पीसी चाको शनिवार की रात साढ़े दस बजे शीला दीक्षित के घर पहुंचे. पार्टी सूत्र बता रहे हैं कि शीला दीक्षित के जन्मदिन पर इसका औपचारिक ऐलान हो सकता है.
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इससे पूर्व दिल्ली कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी ने आम आदमी पार्टी से गठबंधन की अटकलों के बीच राष्ट्रीय राजधानी की सात लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम छांटने के लिए शनिवार देर रात बैठक की.पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित के आवास पर हुई और देर रात तक जारी रही. कमेटी को पिछले महीने सात लोकसभा सीटों के लिए मिले 80 आवेदनों में से नाम छांटने का काम सौंपा गया है.पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि औसतन हर सीट के लिए दो-तीन नाम छांटे जाएंगे और उम्मीदवारों के अंतिम चयन के लिए आला कमान को नई सूची भेजी जाएगी.आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन के बारे में फैसला पार्टी प्रमुख राहुल गांधी को करना है.
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