लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और जमुई से एनडीए के उम्मीदवार चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने बिहार में इस बार एनडीए की प्रचंड जीत का दावा किया है. उन्होंने (Chirag Paswan) एनडीटीवी से खास बातचती मे कहा कि इस बार बिहार में जितना समर्थन में एनडीए को मिला है उसे देखते हुए यह तो तय है कि इस बार हम 35 या इससे ज्यादा सीटें जीतने जा रहे हैं. चिराग (Chirag Paswan) ने कहा कि एनडीए को मिलने वाली जीत सिर्फ मोदी सरकार के काम की वजह है. बीते पांच साल में मोदी सरकार ने काफी काम किया है. हालांकि उन्होंने बातचीत के दौरान यह भी माना कि उनके क्षेत्र में अभी भी ऐसे कई काम हैं जिन्हें पूरा करना बाकी है.
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उन्होंने कहा कि युवाओं में इस बात को लेकर चिंता है कि जितने रोजगार उनको चाहिए थे उतने उपलब्ध नहीं कराए जा सके. यही वजह है कि हमारे कई ऐसे युवा हैं जो रोजगार को लेकर चिंतित हैं. चिराग पासवान ने कहा कि मैंने अपने क्षेत्र में जितने भी काम किए हैं उसके हिसाब में मुझे लगता है कि मुझे 2014 की तुलना में ज्यादा वोट मिलेंगे और रिकॉर्ड वोट से जीतूंगा. मैंने 2014 में जितने भी वादे किए थे उनमें से काफी हद तक पूरा कर दिया है. गौरतलब है कि कुछ महीने पहले ही चिराग पासवान ने एनडीए को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर राम मंदिर को आगामी लोकसभा चुनाव में मुद्दा बनाया गया तो इसका नुक़सान हो सकता है.
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चिराग अपने बिहार दौरे के दौरान शेखपुरा में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. चिराग पासवान ने कि मेरे हिसाब से राम मंदिर कोई मुद्दा नहीं होना चाहिए. जब तीन राज्यों के चुनाव परिणाम आए थे, तब भी मैंने कहा था कि कहीं न कहीं हम लोगों को इसका नुक़सान होता है. जब भी हम विकास के मुद्दे से भटकते हैं तो चुनावों में इसका खामियाजा उठाना पड़ता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और NDA से उनकी अपेक्षा होगी कि आगामी चुनाव में विकास ही मुद्दा हो.
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चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने याद दिलाया कि 2014 का चुनाव हमने विकास के आधार पर लड़ा था, इसलिए 2019 के चुनाव में भी विकास को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. इसके अलावा नौजवानों की समस्या, किसानों की समस्या, वंचित वर्ग की समस्या और देश में आधारभूत संरचना से संबंधित समस्याओं को प्राथमिकता देकर चुनाव में मुद्दा बनाया जाना चाहिए. चिराग ने राम मंदिर के मुद्दे पर अपनी पार्टी का स्टैंड एक बार फिर साफ किया और कहा कि उसका हम लोग स्वागत करेंगे. चिराग के रुख़ से स्पष्ट है कि राम मंदिर और तीन तलाक़ के मुद्दे पर वो BJP के स्टैंड से सहमत नहीं है और राम मंदिर को तो चुनाव में मुद्दा बनाने की बिलकुल ही पक्षधर नहीं हैं.
चिराग पासवान ने अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में भी साफ़ किया कि भले ही उनके पिता और पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान हाजीपुर से चुनाव न लड़ें, लेकिन वह अपने पुराने क्षेत्र जमुई से ही फिर चुनाव मैदान में उतरेंगे. उन्होंने माना कि फ़िलहाल सीटों की संख्या पर सहमति बन जाने के बावजूद NDA में कौन सा दल किस सीट पर लड़ेगा, इस पर अभी बातचीत शुरू नहीं हुई है.
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