लोकसभा चुनाव के लिए यूपी में बीजेपी और अपना दल का गठबंधन आखिर हो ही गया. अपना दल अब राज्य की दो लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगा. अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगी जबकि एक सीट कौन सी होगी इसका फैसला दोनों दलों के नेता मिलकर करेंगे. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.
“फिर एक बार-मोदी सरकार” के संकल्प के साथ ‘भाजपा-अपना दल' गठबंधन उत्तरप्रदेश में लोकसभा चुनाव साथ-साथ लडेगा।
— Amit Shah (@AmitShah) March 15, 2019
अपना दल प्रदेश की दो सीटों पर चुनाव लडेगा, जिसमे श्रीमती @AnupriyaSPatel जी मिर्जापुर से चुनाव लड़ेंगी और दूसरी सीट पर दोनों दलों के नेता बैठकर चर्चा करेंगे। pic.twitter.com/kBbuAyBs7m
एनडीए से उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अलग होने के बाद अपना दल भी बीजेपी से नाराज चल रहा था. पार्टी ने कई बार खुले तौर पर भी अपनी नाराजगी जताई थी. पुलवामा आतंकी हमले के बाद तो अपना दल ने बीजेपी को आंखें दिखानी शुरू कर दी थीं लेकिन बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद वो चुप हो गया था. उस दौरान योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अपना दल को राज्य में कुछ बोर्ड और निगमों के अध्यक्ष पद भी दे दिए थे.
उत्तर प्रदेश में बीजेपी और अपना दल के बीच सीटों का समझौता हुआ। दो सीटों पर लड़ेगा अपना दल। पुलवामा के पहले ऑंखें दिखा रहा अपना दल बालाकोट के बाद चुप हो गया था। इस बीच योगी सरकार ने कुछ बोर्ड-निगम अध्यक्ष पद भी दे दिए अपना दल को।
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) March 15, 2019
संभवत: इन्हीं सब वजहों से अंतत: दोनों दलों का गठबंधन हो पाया. गौरतलब है कि फरवरी के आखिर में एनडीए के घटक दल अपना दल (सोनेलाल) यानी कि एडीएस के इससे नाता तोड़ने और उत्तर प्रदेश बीजेपी से नाराजगी की खबरों के बीच एडीएस ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी और संतोष जाहिर करते हुए इसे सकारात्मक बताया था. एडीएस के अध्यक्ष आशीष पटेल ने कहा था कि दिल्ली में शाह के साथ हुई बैठक में उन्होंने तमाम मुद्दे उनके सामने रखे. कुल मिलाकर यह बातचीत सकारात्मक रही.'
लोकसभा चुनावों के लिए कई अहम राज्यों में गठबंधन बनाने के लिए प्रतिबद्ध भाजपा ने चुनाव के लिए कांग्रेस समेत अपने विरोधियों पर शुरुआती बढ़त हासिल कर ली है. चुनाव में छोटे सहयोगियों द्वारा एक-एक प्रतिशत वोट जुटाने का भी अंतिम नतीजों पर महत्वपूर्ण असर पड़ सकता है. हालांकि भाजपा के अपने कुछ सहयोगियों से कई बार असहज रिश्ते हुए है लेकिन कई नेताओं का मानना है कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने इन दलों को सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में बनाए रखने के लिए कई कदम उठाए हैं जैसा कि उसने बिहार में सीटों के बंटवारे पर उदार रुख अपनाया. तमिलनाडु जैसे बड़े राज्य में कम प्रभाव होने के बावजूद उसने सत्तारूढ़ अन्ना द्रमुक से गठबंधन करके अपना संख्याबल बढ़ाया. बिहार, महाराष्ट्र और तमिलनाडु जैसे राज्यों में जहां गठबंधन महत्वपूर्ण साबित होगा, वहां भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने पहले ही जगह बना ली है जबकि कांग्रेस अब भी अपने सहयोगियों के साथ समझौते पर काम कर रही है.
महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना क्रमश: 25 और 23 सीटों पर लड़ने के लिए तैयार हो गई. शिवसेना अकेले चुनाव लड़ने की धमकी दे रही थी लेकिन उसे लोकसभा के साथ विधानसभा चुनावों में और सीटों की पेशकश देकर साध लिया गया.
PM मोदी बोले- उम्मीद है इस बार का चुनाव 'ऐतिहासिक' होगा
लोकसभा चुनाव की तिथियों की घोषणा (Lok Sabha Election 2019 Date, Schedule) कर दी गई है. इस बार 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे (2019 Election) और 23 मई को नतीजे आएंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की. चुनाव आयोग की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ''लोकतंत्र का पर्व यानी चुनाव आ गया है. मैं देशवासियों से अपील करता हूं कि इस बार चुनाव में बढ़-चढ़कर भाग लें. खासकर पहली बार वोट देने वाले मतदाताओं से ज्यादा से ज्यादा संख्या में भाग लेने की उम्मीद है. मुझे उम्मीद है कि इस बार चुनाव में ऐतिहासिक भागीदारी होगी''.
इस बार सोशल मीडिया पर भी लागू होगी आचार संहिता, खर्च भी जुड़ेगा
लोकसभा चुनाव की तिथियों की घोषणा (Lok Sabha Election 2019 Date, Schedule) कर दी गई है. इस बार 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे (2019 Election) और 23 मई को नतीजे आएंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की. घोषणा के साथ ही आचार संहिता लग गई है. खास बात यह है कि इस बार सोशल मीडिया पर भी यह आचार संहिता लागू होगी. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बार सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी जाएगी. सोशल मीडिया पर कैंपेनिंग का खर्चा भी जोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को इस बार किसी भी राजनीतिक पार्टी के विज्ञापन को जारी करने की जानकारी देनी होगी. स्वीकृति मिलने केबाद ही वह ऐसा कर सकते हैं. गूगल और एफबी को भी ऐसे विज्ञापन दताओं की पहचान करने के लिए कहा गया है.
1.5 करोड़ मतदाता पहली बार डालेंगे वोट, कुल 90 करोड़ लोग करेंगे मतदान
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) की तारीखों का ऐलान हो चुका है. इस बार कुल सात चरणों में चुनाव कराए जा रहे हैं. पहला चरण 11 अप्रैल को जबकि अंतिम चरण 19 मई को होगा. वोटों की गिनती 23 मई को होगी. इस बार भी ऐसे मतदाताओं की संख्या बड़ी है जो पहली बार वोट डालेंगे. मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने रविवार को कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान करनेवालों की संख्या लगभग 90 करोड़ होगी. उन्होंने आगामी चुनाव को लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार बताया. उन्होंने कहा कि इस बार लगभग 10 लाख मतदान केंद्र होंगे, जो 2014 के आम चुनाव में रहे नौ लाख से अधिक है. कुल मतदाताओं में 1.50 करोड़ मतदाता 18-19 साल उम्र के होंगे. उन्होंने कहा, "निर्वाचन आयोग ने चुनाव के लिए एक बहुत ही व्यापक तैयारी की है."
VIDEO: प्रियंका गांधी के संपर्क में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल?
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