समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने विपक्षी गठबंधन को 'महामिलावट' करार देने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए शुक्रवार को कहा कि यह ऐसी मिलावट है कि कौन कहां मिट जाएगा, किसी को नहीं पता. अखिलेश ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में मोदी द्वारा बार—बार विपक्षी गठबंधन को ‘महामिलावट' बताने सम्बन्धी सवाल पर कहा ''ऐसी महामिलावट है यह, कौन कहां मिट जाएगा किसी को नहीं पता.'' उन्होंने कहा कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार जनता से किये गये वादे निभाने में बुरी तरह नाकाम रही है. इस बार लोकसभा चुनाव में जनता भाजपा के खिलाफ 'विद्रोह' करेगी. मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा के खिलाफ महागठबंधन बनाने की चल रही कोशिशों पर तंज कसते हुए शुक्रवार को छत्तीसगढ़ में जनता से इस ‘महामिलावट' के प्रति सावधान रहने को कहा. उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी वापस सत्ता में नहीं आ पाती है तो मतदाताओं को इस महामिलावट के प्रति सावधान रहना होगा। प्रधानमंत्री ने कल लोकसभा में भी ‘महामिलावट' वाली टिप्पणी की थी.
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सपा अध्यक्ष ने कहा कि आज किसान सबसे ज्यादा संकट में हैं. सरकार ने ना तो उनका कर्ज माफ किया और ना ही उनसे किया कोई दूसरा वादा पूरा किया. इतना ही नहीं, आलू खरीदने का भाजपा का वादा पूरा ना होने पर अपनी उपज को विधानभवन के सामने फेंकने वाले किसानों पर अंग्रेजों के जमाने की उत्पीड़नात्मक धाराओं में मुकदमे दर्ज किये गए. उन्होंने उत्तर प्रदेश के अपराधियों द्वारा अपने गले में गिरफ्तारी की ख्वाहिश में तख्ती लटकाये जाने के भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के दावे का जवाब देते हुए अखिलेश ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्रिमण्डल के हर मंत्री के गले पर तख्ती लटकाकर उस पर धाराएं लिखी जाएं तो कैसी तस्वीर सामने आयेगी.
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इनपुट : भाषा
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