समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को यहां दावा किया कि भाजपा पूरे देश मे महज 74 सीटों पर सिमट जाएगी. उन्होंने सपा-बसपा गठबंधन को सबसे बेहतर बताया, लेकिन मायावती को प्रधानमंत्री बनाने के सवाल पर सीधा जवाब नहीं दिया. अखिलेश ने कहा कि उन्होंने तय कर रखा है कि क्या करना है. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यहां एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे. उन्होंने आजमगढ़ से चुनाव लड़ने का संकेत भी दिया. उन्होंने कहा कि आजमगढ़ की जनता कहेगी तो वह वहां से लड़ेंगे. अखिलेश ने कहा, "प्रदेश की जनता चाहती है कि वर्तमान सरकार यहां से जाएय देश का प्रधानमंत्री नया बने और उत्तर प्रदेश से बने यह सबसे अच्छा होगा.उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, "हमारा तो एक-दो दलों का गठबंधन है. भाजपा बताए कि देशभर में उनका कितनी पार्टियों के साथ गठबंधन है. अगर हमारा महामिलावट का गठबंधन है तो उनका कौन-सा है? इसके लिए डिक्शनरी देखनी पड़ेगी?
भाजपा सत्ता पाने के लिए हर झूठ बोलने के लिए तैयार है. लेकिन इस बार वह पूरे देश में 74 सीटों पर सिमट जाएगी.मुलायम सिंह यादव द्वारा नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री की शुभकामना पर अखिलेश ने कहा, "संसद में नेता जी ने जो कहा वह शिष्टाचार के लिए था. फ्लोर ऑफ द हाउस पर ऐसी बातें होती हैं. अखिलेश ने कहा, प्रियंका के आने से भाजपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा. उनका आना अच्छी बात है. दो सीटों के साथ कांग्रेस हमारे साथ है. साइकिल पर कई लोग बैठ सकते हैं. यह हमारी साइकिल है.
सपा नेता ने कहा, "देश का किसान तकलीफ में है, वह इंतजार में है कि कब वोट डालने का मौका मिले. सीबीआई के मामले में कांग्रेस और भाजपा का गठबंधन कोई नहीं समझ सकता है. मैं तो कहता हूं सीबीआई के मामले में जो भाजपा है, वही कांग्रेस है. डिंपल यादव के चुनाव लड़ने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि चुनाव लड़ने का फैसला डिंपल का था. अपर्णा यादव को लोकसभा टिकट नहीं देने पर उन्होंने कहा कि टिकट के लिए जगह नहीं बची है.
Video: सपा-बसपा गठजोड़ से कांग्रेस बाहर क्यों?
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