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This Article is From Nov 02, 2016

छठा इंडियन लैंग्वेजेज फेस्टिवल समन्वय शनिवार से

छठा इंडियन लैंग्वेजेज फेस्टिवल समन्वय शनिवार से
पांच नवंबर यानी शनिवार से ‘इंडियन लैंग्वेजेज फेस्टिवल समन्वय’ का छठा सत्र शुरू होने जा रहा है. जिसमें उर्दू, तेलुगू, गुजराती, संथाली और खासी जैसी भाषाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.

इस साल उत्सव की थीम ‘लैंग्वेज एज पब्लिक एक्शन’ है. इसमें उन ‘रचनात्मक लोगों की जिम्मेदारी तलाशने की कोशिश की जाएगी, जिन्हें सार्वजनिक तौर पर बोलना होता है.’ उत्सव के क्रिएटिव डायरेक्टर रिजियो योहानन राज ने कहा कि आईएलएफ समन्वय 2016 हिंदी और अंग्रेजी के अलावा उर्दू, तेलुगू, गुजराती, संथाली और खासी को विशेष महत्व देकर उनके साथ चिरकालिक संबंध रेखांकित कर रही है.

उन्होंने कहा, ‘‘इस उत्सव की इस साल की थीम- लैंग्वेज एज ए पब्लिक एक्शन- एक सार्वजनिक प्रस्तोता की दर्शकों के प्रति जिम्मेदारी की पहचान करने में मदद कर सकता है.’’ इस तीन दिवसीय वाषिर्क उत्सव का आयोजन इंडिया हैबिटैट सेंटर में होगा और इसमें 40 से ज्यादा कलाकार, विचारक और अभिनेता शिरकत करेंगे. वे यहां भाषा के विभिन्न तत्वों और साहित्य के साथ-साथ कला, संगीत, प्रस्तुति, प्रौद्योगिकी जैसे इसके विभिन्न घटकों पर चर्चाओं, सत्रों और कार्यशालाओं में भागीदारी करेंगे.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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