
Protein Leakage in Urine: पेशाब हमारी बॉडी का वेस्ट प्रोडक्ट होता है. हालांकि, ये वेस्ट आपको आपके शरीर से जुड़ी कई जानकारी भी दे सकता है. आसान भाषा में कहें, तो बॉडी में कोई दिक्कत आने पर पेशाब में उसके लक्षण नजर आने लगते हैं. इन्हीं लक्षणों में से एक है, पेशाब में प्रोटीन आना. यह किडनी की शुरुआती समस्या का संकेत हो सकता है. किडनी हमारे शरीर का फिल्टर होती हैं, जो खून को साफ करती हैं. जब यह फिल्टर खराब होने लगता है, तो जरूरी पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, यूरिन के रास्ते बाहर निकलने लगते हैं.
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कैसे पहचानें यूरिन में आ रहा है प्रोटीन?
इस विषय को लेकर न्यूचरोपैथ और योग एक्सपर्ट डॉक्टर सुधा रानी वर्मा ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. वीडियो में डॉक्टर बताती हैं, 'अगर आपके यूरिन यानी पेशाब में झाग ज्यादा दिख रहे हैं या पेशाब का रंग दूध जैसा हो रहा है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपके यूरिन में प्रोटीन लीक हो रहा है. इन लक्षणों को हल्के में न लें.'
यूरिन में प्रोटीन क्यों आता है?डॉक्टर बताती हैं, यूरिन में प्रोटीन आने के कई कारण हो सकते हैं. जैसे-
- ब्लड प्रेशर ज्यादा होना
- शुगर का लेवल हाई रहना
- ज्यादा स्ट्रेस लेना और नींद कम लेना या
- किडनी में सूजन आना.
अगर इस समस्या पर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो किडनी फेलियर का खतरा बढ़ा सकता है.
क्या करें?न्यूचरोपैथ डॉक्टर बताती हैं, अगर आपको भी किसी कारण पेशाब में प्रोटीन आ रहा है या पेशाब में झाग जैसे लक्षण दिख रहे हैं, तो इस कंडीशन में कुछ नेचुरल उपाय अपनाए जा सकते हैं.
कटी स्नान करेंडॉक्टर सुधा के मुताबिक, कटी स्नान एक विशेष नेचुरोपैथिक विधि है जिसमें दो टब लिए जाते हैं. एक में गर्म पानी होता है और दूसरे में ठंडा पानी. इसमें नाभि तक पानी भरकर 3 मिनट गर्म पानी में और फिर 1 मिनट ठंडे पानी में
बारी-बारी से बैठा जाता है.
ऐसा 4 बार करना होता है यानी कुल 4 राउंड. इससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है, सूजन कम होती है और किडनी की कार्यक्षमता बेहतर होती है. साथ ही, यह पेट की समस्याएं, लिवर की सूजन और नर्वस सिस्टम के रोग भी ठीक करता है.
इन बातों का रखें ध्यान- डॉक्टर बताती हैं, इस तरीके को अपनाने से पहले ध्यान रखें कि आपका पेट खाली हो या खाना खाए 2-3 घंटे हो गए हों
- ऐसा करते हुए सिर पर ठंडी पट्टी रखें और
- पानी का तापमान शरीर के अनुकूल रखें.
डॉ. वर्मा के अनुसार, अगर यह उपचार नियमित रूप से किया जाए, तो किडनी से जुड़ी समस्याएं दवाइयों के बिना भी धीरे-धीरे ठीक हो सकती हैं. ऐसे में आप भी इस नुस्खे को आजमाकर देख सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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