
Weight loss personalized diet: बदलती लाइफस्टाइल में अब लोग समझ रहे हैं कि, एक जैसी डाइट सब पर फिट नहीं बैठती. इसी वजह से पर्सनलाइज्ड न्यूट्रिशन का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है. इसमें आपकी बॉडी टाइप, ब्लड रिपोर्ट, हेल्थ कंडीशन और गोल्स के हिसाब से डाइट प्लान बनाया जाता है.
क्यों जरूरी है पर्सनलाइज्ड डाइट? (personalized nutrition benefits)
- हर इंसान का मेटाबॉलिज्म और जरूरत अलग होती है. जो चीज किसी के लिए हेल्दी है, वही दूसरे के लिए हानिकारक हो सकती है.
- डायबिटीज वाले के लिए कार्ब्स कम करना जरूरी है.
- एथलीट को ज्यादा प्रोटीन चाहिए.
- स्किन प्रॉब्लम वाले को एंटीऑक्सीडेंट्स की जरूरत होती है.
- यानी अब 'वन-साइज-फिट्स-ऑल' डाइट का दौर खत्म हो चुका है.

हेल्थ टेक्नोलॉजी से आसान हुआ सफर (lifestyle nutrition trend India)
आजकल मार्केट में कई ऐसे ऐप्स और स्मार्ट डिवाइस आ चुके हैं, जो आपकी कैलोरी, स्लीप और एक्टिविटी को ट्रैक करके डाइट रिकमेंडेशन देते हैं. DNA टेस्टिंग और AI बेस्ड न्यूट्रिशन प्लानिंग भी इस ट्रेंड को और पॉपुलर बना रही है.

लोग क्यों अपना रहे हैं यह ट्रेंड? (healthy lifestyle trends)
सोशल मीडिया पर 'माई डाइट, माई रूल्स' का नारा तेजी से वायरल हो रहा है. लोग अब अपनी बॉडी की आवाज सुनना चाहते हैं. यही कारण है कि सेलेब्रिटीज से लेकर आम लोग तक अपनी जरूरतों के हिसाब से डाइट को कस्टमाइज कर रहे हैं.

किन्हें बरतनी चाहिए सावधानी? (personal diet review Hindi)
हालांकि पर्सनलाइज्ड न्यूट्रिशन स्मार्ट आइडिया है, लेकिन इसे सिर्फ इंटरनेट पर पढ़कर फॉलो करना सही नहीं. क्वालिफाइड न्यूट्रिशनिस्ट या डॉक्टर की मदद से ही सही प्लान अपनाना चाहिए, वरना हेल्थ को नुकसान भी हो सकता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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