Parenting Tips: बच्चों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए उनकी मालिश करने की सलाह दी जाती है. इसके साथ ही मालिश करने से बच्चों की नींद, इम्यूनिटी और ग्रोथ पर भी अच्छा असर होता है. लेकिन ठंड के मौसम में मसाज के दौरान कुछ खास बातें ध्यान रखना बहुत जरूरी है. पैरेंटिंग कोच अर्चना सिरोही ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर 5 ऐसी ही बातें बताई हैं. पैरेंटिग कोच कहती हैं, सर्दियों में बेबी की मालिश करते समय कुछ छोटी-छोटी गलती उनकी सेहत को बड़े नुकसान पहुंचा सकती हैं. ऐसे में आइए जानते हैं सर्दियों में बच्चे की मालिश कैसे करें-
नंबर 1- सही तेल का इस्तेमाल
अर्चना सिरोही कहती हैं, सबसे पहले तेल पर ध्यान देना जरूरी है. सर्दियों में बच्चे की मालिश कभी भी ठंडे तेल से न करें. इससे बच्चे को ठंड लग सकती है और स्किन ड्राई हो सकती है. तेल को हमेशा हल्का गुनगुना करें फिर बच्चे के शरीर पर लगाएं. हालांकि, ये भी ध्यान रखें कि तेल ज्यादा गर्म न हो, वरना बच्चे की नाज़ुक त्वचा जल सकती है या रैश हो सकते हैं. आप सरसों के तेल, नारियल तेल, बादाम तेल या तिल के तेल को हल्का गुनगुना कर इस्तेमाल कर सकते हैं. ये सभी स्किन को पोषण देते हैं और शरीर को गर्म रखते हैं.
नंबर 2- ठंडे कमरे में मसाज न करेंअगर कमरे का तापमान ठंडा है और बच्चे की स्किन खुली हुई है, तो उसे तुरंत ठंड लग सकती है. ऐसे में मसाज हमेशा गर्म कमरे में करें. पहले कमरे को आरामदायक तापमान पर सेट करें या रूम में थोड़ी देर हीटर चला लें.
इससे बच्चा रिलैक्स भी रहेगा और मसाज का पूरा फायदा भी मिलेगा.
अर्चना सिरोही बताती हैं कि सुबह बहुत जल्दी या शाम के वक्त मसाज करने से बच्चे को ठंड लग सकती है. सबसे सही समय है 11 बजे से 12 बजे के बीच. इस समय हल्की धूप भी रहती है और तापमान भी बेहतर रहता है.
नंबर 4- मसाज के बाद बच्चे को नहलाएं
कई लोग सर्दियों में बच्चे को नहलाने से बचते हैं, लेकिन मसाज के बाद स्किन पर लगा तेल हटाना जरूरी है. स्किन पर तेल जमा रहने से रैश या दाने हो सकते हैं. ऐसे में मालिश करने के करीब 30 मिनट बाद बच्चे को गुनगुने पानी से नहलाएं. अगर बहुत ज्यादा ठंड है तो आप बच्चे को स्पॉन्ज बाथ दे सकते हैं.
नंबर 5- बहुत जोर से मसाज न करेंबच्चे की हड्डियां और मांसपेशियां बहुत नाजुक होती हैं. ऐसे में हमेशा हल्के, सॉफ्ट और सर्कुलर स्ट्रोक्स का इस्तेमाल करें. हार्ड प्रेशर से बच्चे को दर्द, चोट या जॉइंट डैमेज तक हो सकता है.
इस तरह इन छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देकर आप अपने बच्चे की सेहत का ख्याल रख सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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