 
                                            Constipation Remedy: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में कब्ज एक आम समस्या बन गई है. गलत खानपान, पानी कम पीना, फिजिकल एक्टिविटी कम करना और फाइबर की कमी इसकी बड़ी वजहें हैं. लेकिन अच्छी बात यह है कि कुछ घरेलू और प्राकृतिक उपायों से इसे आसानी से ठीक भी किया जा सकता है. मशहूर न्यूट्रिशनिस्ट खुशी छाबरा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर वीडियो शेयर कर एक ऐसा ही आसान और असरदार नुस्खा बताया है. आइए जानते हैं इसके बारे में-
अगर मैं रोज इलायची खाऊं तो क्या होगा? Doctor Hansaji ने बताए रोज 2 हरी इलायची खाने के फायदे
कैसे पाएं कब्ज से छुटकारा?
इसके लिए पोषण विशेषज्ञ पपीते का सेवन करने की सलाह देती हैं. पपीता मल त्याग को बढ़ावा देता है. हालांकि, बेहतर नतीजों के लिए आप पपीते के साथ 2 और सुपरफूड्स का सेवन कर सकते हैं.
कैसे खाएं?- सबसे पहले आधा कटोरा पका हुआ पपीता लें.
- इसमें एक चम्मच पानी में भीगे हुए चिया सीड्स मिलाएं और ऊपर से चुटकीभर दालचीनी पाउडर छिड़कें.
- इसे सुबह खाली पेट या नाश्ते से पहले खाएं. लगातार 3 दिन तक ऐसा करने से कब्ज में राहत महसूस होगी.
पपीता
न्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं, पपीता एक ऐसा फल है जो पाचन के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. इसमें फाइबर की मात्रा काफी होती है, जो पेट साफ करने में मदद करता है. इसके अलावा, इसमें मौजूद पपेन एंजाइम भोजन को तोड़ने और पचाने में सहायता करता है. नियमित रूप से पपीता खाने से पेट हल्का महसूस होता है और मल त्याग में आसानी होती है.
चिया सीड्सखुशी छाबरा बताती हैं कि पपीते के साथ अगर चिया सीड्स मिलाए जाएं, तो इसका असर दोगुना हो जाता है. चिया सीड्स में सॉल्यूबल फाइबर होता है, जो पेट में जाकर जेल जैसा रूप ले लेता है और मल को नरम बनाता है. इसे खाने से आंतों की गति (Bowel Movement) बेहतर होती है और कब्ज दूर होती है. इन्हें खाने से पहले पानी में भिगोना जरूरी है ताकि ये अच्छे से फूल जाएं और शरीर में पानी की कमी न करें.
दालचीनी पाउडरइन सब से अलग दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पाचन को दुरुस्त करते हैं और पेट की गैस या सूजन को कम करते हैं. साथ ही इसका हल्का मसालेदार स्वाद इस हेल्दी डिश को और स्वादिष्ट भी बना देता है.
इस बात का रखें ध्यानन्यूट्रिशनिस्ट कहती हैं, पपीते का यह हेल्दी कॉम्बो न सिर्फ कब्ज से राहत देता है, बल्कि आपकी स्किन और इम्यूनिटी के लिए भी फायदेमंद है. हालांकि, इस नुस्खे के असरदार होने के लिए शरीर में पर्याप्त पानी होना जरूरी है. अगर आप पानी कम पीते हैं, तो फाइबर अपना काम सही से नहीं कर पाएगा. इसलिए दिनभर में कम से कम 810 गिलास पानी जरूर पिएं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
