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This Article is From Jul 11, 2018

Brain Tumor से पीड़ित मरीज़ों के लिए आई अच्छी खबर, इन दवाओं से बढ़ सकती है उम्र

ग्लूकोमा, मिर्गी और हार्ट फेल्योर के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा तेजी से बढ़ते दिमागी ट्यूमर के पीड़ितों के लिए सहायक हो सकती है.

Brain Tumor से पीड़ित मरीज़ों के लिए आई अच्छी खबर, इन दवाओं से बढ़ सकती है उम्र
मिर्गी की दवा दिमागी ट्यूमर में भी कारगर
नई दिल्ली: दिमागी ट्यूमर से पीड़ित लोगों के लिए एक अच्छी खबर आई है. इसके मुताबिक ग्लूकोमा, मिर्गी और हार्ट फेल्योर के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा तेजी से बढ़ते दिमागी ट्यूमर के पीड़ितों के लिए सहायक हो सकती है, वह ज्यादा समय तक जी सकते हैं.

दिमागी ट्यूमर को ग्लिओब्लास्टोमा के नाम से जानते हैं. शोधकर्ताओं ने पाया है कि ज्यादातर ग्लिओब्लासटोमा मरीजो में उच्च स्तर का प्रोटीन बीसीएल-3 टेमोजोलोमाइड (टीएमजेड) के फायदेमंद प्रभावों पर उदासीन व्यवहार करता है. टीएमजेड बीमारी की कीमोथेरपी के लिए अक्सर प्रयोग किया जाता है.

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प्रोटीन टीएमजेड से कैंसर कोशिकाओं की रक्षा करता है. यह एक बचाव करने वाले एंजाइम को सक्रिय करके कैंसर कोशिकाओं की रक्षा करता है. इस एंजाइम का नाम काबोर्निक एनहाइड्रेज 2 है.

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शोधकर्ताओं के दल ने कहा कि ऊंचाई की बीमारी की दवा एसिटाजोलमाइड एक कार्बनिक एनहाइड्रेज अवरोधक है और टीएमजेड की ट्यूमर कोशिकाओं को मारने की क्षमता को पुनस्थापित कर सकती है. इस प्रकार टीएमजेड को एसीटाजोलमाइड जोड़ने से ग्लिओब्लास्टोमा के साथ लंबे समय तक जीवित रहने में मदद मिल सकती है.

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