मैच में ऋषभ पंत ने संजू सैमनसन के साथ दूसरे विकेट के लिए 143 रन की साझेदारी की.
नई दिल्ली:
आईपीएल 10 के अंतर्गत गुरुवार को गुजरात लायंस के खिलाफ विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत केवल तीन रन से शतक से चूक गए, लेकिन उनकी 97 रन की तूफानी पारी ने दिल्ली डेयरडेविल्स को सात विकेट की जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. पंत की इस पारी को क्रिकेटप्रेमियों ही नहीं, देश के क्रिकेट दिग्गजों ने भी जमकर सराहा है. मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किए गए ऋषभ पंत ने कहा कि यह पारी खेलते हुए आखिरी के ओवरों में वे अपने शतक के बारे में नहीं बल्कि जल्द से जल्द लक्ष्य हासिल करने के बारे में सोच रहे थे.
पंत ने कल के मैच में संजू सैमसन (61) के साथ दूसरे विकेट के लिये 143 रन की साझेदारी की जिससे डेयरडेविल्स ने 209 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल कर दिया. पंत जब अपने पहले टी20 शतक के करीब थे तब उन्होंने लंबा शाट खेलने के प्रयास में अपना विकेट गंवाया. उन्होंने बाद में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मैं शतक के बारे में नहीं सोच रहा था. मैं केवल जल्द से जल्द लक्ष्य हासिल करने के बारे में सोच रहा था.’ मूल रूप से उत्तराखंड के इस 19 साल के खिलाड़ी ने कहा, ‘अगर मैं वह तीन रन ले लेता तो मैच भी मैं समाप्त कर लेता.’
घरेलू क्रिकेट में दिल्ली के लिए खेलने वाले इस इस युवा खिलाड़ी ने कहा, बल्लेबाजी के दौरान मेरा रवैया बहुत सरल होता है, जो खराब गेंद है उसके साथ उसी की तरह बर्ताव करना अर्थात उस पर बड़ा शॉट खेलना. पंत ने कहा, ‘मैं गेंद देखता हूं और अगर वह हिट करने के लायक है तो उस पर हिट करूंगा. मैं आउट होने या इस तरह की चीजों के बारे में नहीं सोचता. अगर गेंद खराब है तो (गेंदबाज को) उसकी सजा मिलनी चाहिए. मैं यही करता हूं. ’ सचिन तेंदुलकर ने भी पंत की इस पारी को आईपीएल की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक करार दिया है लेकिन इस युवा बल्लेबाज का कहना है कि वह केवल अपने खेल का लुत्फ उठाते हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी पारी को कोई दर्जा नहीं देता. मैं केवल अपनी पारी का मजा लेता हूं.’ पंत ने कहा कि उनकी टीम अभी मैच-दर-मैच आगे बढ़ रही है और बहुत आगे ( प्लेऑफ) के बारे में नहीं सोच रही है. उन्होंने कहा, ‘हम प्लेऑफ के बारे में सोचकर दबाव नहीं बनाना चाहते. हम एक बार में एक मैच पर ध्यान दे रहे हैं.’(भाषा से इनपुट)
पंत ने कल के मैच में संजू सैमसन (61) के साथ दूसरे विकेट के लिये 143 रन की साझेदारी की जिससे डेयरडेविल्स ने 209 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल कर दिया. पंत जब अपने पहले टी20 शतक के करीब थे तब उन्होंने लंबा शाट खेलने के प्रयास में अपना विकेट गंवाया. उन्होंने बाद में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मैं शतक के बारे में नहीं सोच रहा था. मैं केवल जल्द से जल्द लक्ष्य हासिल करने के बारे में सोच रहा था.’ मूल रूप से उत्तराखंड के इस 19 साल के खिलाड़ी ने कहा, ‘अगर मैं वह तीन रन ले लेता तो मैच भी मैं समाप्त कर लेता.’
घरेलू क्रिकेट में दिल्ली के लिए खेलने वाले इस इस युवा खिलाड़ी ने कहा, बल्लेबाजी के दौरान मेरा रवैया बहुत सरल होता है, जो खराब गेंद है उसके साथ उसी की तरह बर्ताव करना अर्थात उस पर बड़ा शॉट खेलना. पंत ने कहा, ‘मैं गेंद देखता हूं और अगर वह हिट करने के लायक है तो उस पर हिट करूंगा. मैं आउट होने या इस तरह की चीजों के बारे में नहीं सोचता. अगर गेंद खराब है तो (गेंदबाज को) उसकी सजा मिलनी चाहिए. मैं यही करता हूं. ’ सचिन तेंदुलकर ने भी पंत की इस पारी को आईपीएल की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक करार दिया है लेकिन इस युवा बल्लेबाज का कहना है कि वह केवल अपने खेल का लुत्फ उठाते हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी पारी को कोई दर्जा नहीं देता. मैं केवल अपनी पारी का मजा लेता हूं.’ पंत ने कहा कि उनकी टीम अभी मैच-दर-मैच आगे बढ़ रही है और बहुत आगे ( प्लेऑफ) के बारे में नहीं सोच रही है. उन्होंने कहा, ‘हम प्लेऑफ के बारे में सोचकर दबाव नहीं बनाना चाहते. हम एक बार में एक मैच पर ध्यान दे रहे हैं.’(भाषा से इनपुट)
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