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This Article is From Apr 22, 2017

IPL10:जीत के बाद गुजरात लायंस के सहायक कोच ने कहा, हमारे इस 'यॉर्कर मैन' ने बड़ा अंतर पैदा किया..

IPL10:जीत के बाद गुजरात लायंस के सहायक कोच ने कहा, हमारे इस 'यॉर्कर मैन' ने बड़ा अंतर पैदा किया..
गुजरात लायंस के बासिल थंपी ने डेथ ओवर्स में अच्‍छे यॉर्कर डाले (फाइल फोटो)
कोलकाता: गुजरात लायंस के खिलाफ शुक्रवार के मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स ने जहां अपनी हार के लिए अपने गेंदबाजों को जिम्मेदार ठहराया है वहीं गुजरात टीम के सहायक कोच सितांशु कोटक की राय इसके अलग है. कोटक ने जीत का सेहरा अपने गेंदबाजों के सिर बांधा है. उन्‍होंने कहा कि केरल के उदीयमान तेज गेंदबाज बासिल थंपी ने डेथ ओवरों में लगातार अच्छी यॉर्कर फेंककर अंतर पैदा किया.

इस मैच में कोलकाता को सुनील नरेन ने शानदार शुरुआत दिलाई और कप्तान गौतम गंभीर के साथ पहले विकेट के लिए 3.2 ओवर में 45 रन जोड़े जिसमें से सिर्फ तीन रन ही गंभीर के थे. नरेन ने 17 गेंदों में नौ चौके और एक छक्के की मदद से 42 रन बनाए. गुजरात के कप्तान सुरेश रैना ने नरेन की पारी का अंत किया. यहां से गुजरात के गेंदबाजों ने लगातार अपने प्रदर्शन को बेहतर किया. मैच के बाद प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कोटक ने कहा, 'जब वह तीन ओवर में 44 के स्कोर तक पहुंच गए थे पहली चीज जो हम सोच रहे थे कि हम पावरप्ले में क्या करेंगे, क्योंकि हम जानते थे कि थंपी के तीन ओवर बचे हैं. जेम्स फॉल्कनर भी हमारे पास थे. ब्रेक से पहले हम सोच रहे थे कि हम बीच में यॉर्कर कैसे डालेंगे क्योंकि हमारे विकल्प सीमित हैं."

उन्होंने कहा, "इस विकेट पर, हम जानते थे कि थंपी हर गेंद यॉर्कर डाल सकते हैं. उन्होंने कुछ धीमी गेंदें भी डालीं. हमारे लिए यह हर हाल में जीतने वाला मैच था. मैंने मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि यह हमारे पास इस मैच को जीतने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है." कोटक ने कहा, "दबाव के बावजूद भी हमारे गेंदबाजों ने रणनीति को अच्छी तरह अंजाम दिया. रैना ने दो शानदार ओवर किए. एक विकेट भी लिया और सिर्फ 11 रन दिए. हम जानते थे हमारे पास ऐसे गेंदबाज हैं जो मनीष पांडे, यूसुफ पठान को रोक सकते हैं. यह आसान नहीं था, लेकिन हमारे गेंदबाजों ने शानदार काम किया."

थंपी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम के साथ थे. थंपी ने कहा कि उन्होंने टेनिस गेंद से अपनी यॉर्कर गेंद को बेहतर किया है. उन्होंने कहा, "मैंने टेनिस की गेंद से यॉर्कर डालना सीखा. टूर्नामेंट से पहले मैं यहां आया था. हमारा अभ्यास सत्र अच्छा रहा था. मैंने अपने प्रशिक्षकों के साथ काम किया है और उन्हें मेरे ऊपर विश्वास है, मेरे कप्तान को भी. मेरे ऊपर किसी तरह का दबाव नहीं है, यह मेरे लिए बड़ी बात है." थंपी ने कहा, "यह अच्छा अहसास है क्योंकि पिछले कुछ मैचों में हमें जीत नहीं मिली थी. हालांकि हमने अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन दिन विशेष पर हम अपनी रणनीति पर अमल नहीं कर पाए थे. हमें एक अच्छी जीत की जरूरत थी जो हमें मिल गई. इसलिए हम इस जीत को हासिल कर खुश हैं."(एजेंसी से इनपुट)
  

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