कनाडा की संसद में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारतीय एजेंसियों पर लगाए गए खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोप को भारत सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया है, और भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है, "कनाडा की धरती पर किसी हिंसक कृत्य में भारत के शामिल होने के आरोप पूर्णतः बेतुके हैं... भारत कानून के शासन के लिए प्रतिबद्ध है..."
खालिस्तानी टाइगर फ़ोर्स का प्रमुख था निज्जर
मूल रूप से भारतीय पंजाब राज्य के जालंधर का निवासी हरदीप सिंह निज्जर वर्ष 1997 में कनाडा चला गया था. भारत में आतंकवादी गुट के तौर पर दर्ज 'खालिस्तानी टाइगर फोर्स' (KTF) का मास्टरमाइंड होने के नाते हरदीप सिंह निज्जर भारत में वांछित था.
जून, 2023 में गोली मारकर की गई थी हत्या
हरदीप सिंह निज्जर 'खालिस्तानी टाइगर फोर्स' के अलावा सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) की कनाडा शाखा का भी मुखिया था. हरदीप सिंह निज्जर की जून, 2023 में सरे में एक गुरुद्वारे के निकट कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
10 लाख रुपये का इनामी था निज्जर
जुलाई, 2022 में भारतीय आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने जालंधर में एक हिन्दू पुजारी की हत्या के केस में हरदीप सिंह निज्जर पर 10 लाख रुपये का नकद इनाम घोषित किया था. इसके अलावा, निज्जर पर वर्ष 2007 में पंजाब के एक सिनेमाघर में हुए बम विस्फोट का भी आरोप था. कनाडा, ब्रिटेन और अमेरिका में भारतीय राजनयिक मिशनों पर हुए हालिया हमलों की जांच भी NIA कर रही है.
गौरतलब है कि प्रवासी सिखों के लिए कनाडा पसंदीदा जगहों में शुमार रहा है, जहां पिछले कुछ सालों में चरमपंथ तेज़ी से बढ़ा है. पिछले कुछ महीनों में कनाडा में कई खालिस्तानी गतिविधियां देखी गई हैं, जिनमें भारतीय दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन और भारतीय राजनयिकों के लिए धमकी भरे पोस्टर चिपकाया जाना शामिल रहा है.
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