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कौन हैं केएल शर्मा? जो राहुल गांधी की जगह अमेठी में स्मृति ईरानी को दे सकते हैं चुनौती

लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट से राहुल गांधी के बजाय कांग्रेस ने किसी दूसरे नेता पर दांव खेला है. बीजेपी की स्मृति ईरानी को चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने केएल शर्मा (किशोरी लाल शर्मा) को यहां से उम्मीदवार बनाया है.

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट से राहुल गांधी के बजाय कांग्रेस ने किसी दूसरे नेता पर दांव खेला है. बीजेपी की स्मृति ईरानी को चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने केएल शर्मा (किशोरी लाल शर्मा) को यहां से उम्मीदवार बनाया है.

  1. उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी सीट पर लोकसभा चुनाव के पांचवें फेज में 20 मई को वोटिंग होनी है. नामांकन की डेडलाइन शुक्रवार (3 मई) दोपहर 3 बजे खत्म हो जाएगी.
  2. बीजेपी ने अमेठी में स्मृति ईरानी को और रायबरेली में योगी सरकार में मंत्री दिनेश शर्मा को उतारा है. जबकि इन दोनों सीटों को लेकर कांग्रेस की लिस्ट का इंतजार है.
  3. इस बीच सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी इस बार अमेठी से नहीं, बल्कि अपनी मां सोनिया गांधी की सीट रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे. जबकि अमेठी में स्मृति ईरानी को चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने केएल शर्मा (किशोरी लाल शर्मा) पर दांव लगाया है. आइए जानते हैं कौन हैं केएल शर्मा और उन्हें अमेठी का कैंडिडेट बनाने को लेकर कैसे बनी सहमति:-
  4. केएल शर्मा का पूरा नाम किशोरी लाल शर्मा है. सोनिया गांधी जब रायबरेली से सांसद थीं तो वो उनके सांसद प्रतिनिधि हुआ करते थे. उन्हें गांधी परिवार का बेहद करीबी माना जाता है. 
  5. किशोरी लाल शर्मा लंबे समय से अमेठी और रायबरेली में कांग्रेस पार्टी के कार्यों को देखते रहे हैं. गुरुवार को उम्मीदवार के ऐलान को लेकर उन्होंने कहा था कि सभी तैयारी कर ली गयी है. जल्द ही घोषणा कर दी जाएगी. हालांकि, उन्होंने कहा था कि ये तैयारी गांधी परिवार के लिए हो रही है.
  6. मूलत: पंजाब के रहने वाले किशोरी लाल शर्मा पहली बार 1983 में राजीव गांधी के साथ अमेठी पहुंचे थे. उसके बाद से वो लगातार कांग्रेस पार्टी के लिए काम करते रहे हैं.
  7. 1991 में राजीव गांधी की मौत के बाद जब इस सीट से गांधी परिवार के सदस्य चुनाव नहीं लड़ते थे फिर भी केएल शर्मा यहां कांग्रेस पार्टी के जो भी सांसद होते थे उनके लिए कार्य करते रहे थे. 
  8. केएल शर्मा बिहार कांग्रेस के प्रभारी भी रह चुके हैं. उन्हें एक बेहतरीन संगठनकर्ता के तौर पर भी जाना जाता है. एआईसीसी और पंजाब कमेटी के लिए भी वो काम कर चुके हैं.
  9. अमेठी और रायबरेली गांधी-नेहरू परिवार के पारंपरिक क्षेत्र माने जाता हैं, क्योंकि इस परिवार के सदस्यों ने कई दशकों तक इन सीटों का प्रतिनिधित्व किया है. 
  10. सोनिया गांधी रायबरेली सीट से निवर्तमान सांसद हैं पर इस बार वह चुनाव नहीं लड़ रही हैं. कुछ समय पहले राजस्‍थान कोटे से राज्‍यसभा सदस्‍य चुनी जा चुकी हैं.

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