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कौन हैं मोदी के वो 7 'महारथी' जो लिखेंगे पाक‍िस्‍तान की बर्बादी की कहानी

नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजरी बोर्ड (NSAB) सरकार को देश की सुरक्षा को लेकर सलाह देता है. यह बताता है कि दुश्मनों का कैसे सफाया किया जाए. पाकिस्तान से तनाव के बीच में यह बदलाव बहुत जरूरी माना जा रहा है.

कौन हैं मोदी के वो 7 'महारथी' जो लिखेंगे पाक‍िस्‍तान की बर्बादी की कहानी
(फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

पाकिस्तान को अब उसकी औकात दिखाने का वक्त आ गया है. दिल्ली में बैठकों की गूंज इस वक़्त इस्लामाबाद तक सुनाई दे रही है. मंगलवार को मोदी सरकार की चार हाई-लेवल मीटिंग्स के बाद पाकिस्तान में डर का माहौल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पांच बड़ी बैठकें कीं. इसके बाद पता चला कि सरकार ने नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजरी बोर्ड (NSAB) के सदस्यों को बदल दिया है. अब इस बोर्ड में 7 ऐसे लोग हैं जो जंग लड़ने में बहुत माहिर हैं. ये लोग बहुत अनुभवी हैं और अर्जुन की तरह मछली की आंख भेदने में माह‍िर हैं. इनमें खुफिया अधिकारियों के साथ-साथ सेना, नौसेना और वायुसेना के भी एक्सपर्ट्स शामिल हैं. अब यही लोग पाकिस्तान को बर्बाद करने की योजना बनाएंगे. 

नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजरी बोर्ड (NSAB) सरकार को देश की सुरक्षा को लेकर सलाह देता है. यह बताता है कि दुश्मनों का कैसे सफाया किया जाए. पाकिस्तान से तनाव के बीच में यह बदलाव बहुत जरूरी माना जा रहा है. इससे पहले इस बोर्ड में ज्यादातर diplomats यानी राजनयिक और विश्वविद्यालय के प्रोफेसर होते थे लेकिन अब इसकी कमान खुफिया एजेंसी Raw के अधिकारी आर. आलोक जोशी को दी गई है.

आपको बता दें कि इस नए बोर्ड में अलग-अलग विभागों के एक्सपर्ट्स भी शामिल हैं. जैसे:
- डिप्लोमैट डी. बी. वेंकटेश वर्मा
- एयरफोर्स से एयर मार्शल पंकज मोहन सिन्हा
- आर्मी से लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सिंह
- नेवी के रियर एडमिरल मोंटी खन्ना

यह सभी मिलकर देश की सुरक्षा में काम करेंगे और पाकिस्तान के आतंक को जड़ से खत्म करने की योजना बनाएंगे. अब आपको पीएम मोदी के उन 7 'महारथी' के बारे में बताएंगे जो पाक‍िस्‍तान की बर्बादी की कहानी लिखने को तैयार हैं. 

1.आर. आलोक जोशी

पूर्व आईपीएस अधिकारी आर. आलोक जोशी 2012 से 2014 तक भारत की खुफिया एजेंसी RAW के मुखिया थे. अलोक जोशी पाकिस्तान की नस नस से वाकिफ हैं. पाकिस्तान की सेना और ISI क्या कर सकती है, कितनी खतरनाक हो सकती है, यह भी उन्हें अच्छी तरह से मालूम है. 

2.डी. बी. वेंकटेश वर्मा

पूर्व IFS अध‍िकारी डी. बी. वेंकटेश वर्मा 2019 से 2021 तक रूस में राजदूत रहे. पाकिस्तान के साथ बातचीत में भी वेंकटेश वर्मा शामिल रह चुके हैं. उनकी expertise की अगर बात करें तो वो एटॉमिक नॉनपोल‍िफ‍िरेशन और साउथ एश‍िया सिक्‍योरिटी में उन्हें महारत हासिल है. 

3.एयर मार्शल पंकज मोहन सिन्हा

एयर मार्शल पंकज मोहन सिन्हा वेस्‍ट एयरफोर्स कमान के चीफ रह चुके हैं. आपको हैरानी होगी जानकर कि  चीफ है जिनके पास 4,500 घंटे से अधिक की उड़ान का अनुभव है और वो फाइटर पायलट हैं. 

4.लेफ्टिनेंट जनरल ए. के. सिंह

पूर्व अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सिंह साउदर्न कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ रह चुके हैं. इसका मतलब है कि उनका काम भारत के दक्षिणी क्षेत्र का नेतृत्व करना था. उनके पास पाकिस्तान से अक्सर संपर्क रहता था, क्योंकि उनकी जिम्मेदारी पाकिस्तान की सीमा की सुरक्षा और मिलिट्री रणनीति बनाने में थी. 

5.रियर एडमिरल मोंटी खन्ना

रियर एडमिरल मोंटी खन्ना नेवी में कई अहम पदों पर काम कर चुके हैं और वो नेवी वॉर कॉलेज के कमांडेंट भी वे रह चुके हैं. नेवी क‍िस तरह एक्‍शन कर सकती है उसके बारे में उन्‍हें काफी अनुभव है. 

6.राजीव रंजन वर्मा

राजीव रंजन वर्मा यूपी पुलिस में डीजी के तौर पर काम कर चुके हैं और 1990 बैच के IPS अधिकारी हैं. उन्हें सुरक्षा और कानून व्यवस्था के क्षेत्र में काफी जानकारी है. 

7. मनमोहन सिंह

पूर्व IPS अधिकारी मनमोहन सिंह कई राज्‍यों में सुरक्षा की जिम्‍मेदारी संभाल चुके है और उन्होंने कई सीनियर पदों पर कार्यभार संभाला है.

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