गर्मी से तड़प रहे उत्तर भारत को राहत दिलाने के लिए मॉनसून धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है. मौसम विभाग ने शुक्रवार को जानकारी दी कि दक्षिण पूर्वी मॉनसून ने महाराष्ट्र के विदर्भ में दस्तक दे दी है. इसके साथ ही यह मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और ओडिशा की तरफ बढ़ गया है. बंगाल में भी जल्द मॉनसूनी बारिश से सरोबार होने वाला है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि गर्मी से तड़प रहे दिल्ली, यूपी और राजस्थान में यह कब पहुंचेगा? मौसम विभाग ने मॉनसून का जो नक्शा जारी किया है, उससे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
आखिर मॉनसून का नक्शा क्या बता रहा है?
छत्तीसगढ़ तथा विदर्भ के बड़े भूभाग में पहुंचा, जिससे गर्मी से जूझ रहे शुष्क क्षेत्रों को राहत मिली. मौसम विभाग ने कहा, 'दक्षिण-पश्चिम मानसून विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ हिस्सों में पहुंच गया है.' आईएमडी ने कहा कि अगले तीन से चार दिनों के दौरान गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, गंगा और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के पहुंचने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं.
सामान्य से दो दिन पहले भारतीय मुख्य भूमि पर पहुंचने और कई अन्य राज्यों को तेजी से कवर करने के बाद मानसून ने 10 से 19 जून के बीच कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं की. इससे उत्तर भारत के लिए प्रतीक्षा अवधि बढ़ गई, जो भीषण गर्मी से जूझ रहा है. वहीं, कोलकाता में मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून उत्तर बंगाल के ज्यादातर भागों में आ गया है तथा अगले पांच दिनों में क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी दी है. मौसम वैज्ञानिकों ने अगले कुछ दिनों में उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार, कूचबिहार, जलपाईगुड़ी, कलिम्पोंग और दार्जिलिंग जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान जताया है.
तटीय कर्नाटक में 3 दिन तक भारी बारिश की चेतावनी
कर्नाटक में दक्षिणी कन्नड़ जिले के मंगलूरु समेत समस्त तटीय इलाके, उडुपी, उत्तर कन्नड़ जिलों में मौसम विभाग ने शनिवार से तीन दिन के लिए भारी से अत्यंत भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार शाम एक बयान जारी करके कहा कि दक्षिण कन्नड़ के मंगलूरु समेत कर्नाटक के समस्त तटीय इलाके, उडुपी एवं उत्तर कन्नड़ जिलों में 64.5 मिलीमीटर से लेकर 204.4 मिलीमीटर तक अत्यंत भारी वर्षा होने की आशंका है.
कर्नाटक के तटीय इलाकों में सक्रिय मानसून के कारण जहां कुछ स्थानों पर 64.5 मिमी से लेकर 115.5 मिमी तक भारी वर्षा होने की संभावना है वहीं कुछ स्थानों पर 115.5 मिमी से लेकर 204.4 मिमी तक अति भारी वर्षा होने की संभावना है. इन तीन दिनों में कुछ इलाकों में 204.4 मिमी से अधिक अर्थात अत्यंत भारी वर्षा की भी आशंका है. जिसे देखते हुए इन तीन दिन लोगों से समुद्र तट पर न जाने और सावधान रहने को कहा गया है.
(भाषा इनपुट्स के साथ)
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