भारतीय वायुसेना (IAF) के एक जेट विमान को अम्बाला के रिहायशी इलाके के ऊपर गुरुवार को उस समय अपना ईंधन बहा देना पड़ा, और अभ्यास के लिए रखे गए छोटे आकार के बमों को फेंक देना पड़ा, जब उड़ान के दौरान उसके इंजनों में से एक से एक पक्षी टकरा गया. समाचार एजेंसी ANI ने IAF के सूत्रों के हवाले से बताया कि सिर्फ एक ही इंजन से पक्षी टकराया था, और पायलट विमान को अम्बाला एयरफोर्स बेस पर सुरक्षित उतारने में कामयाब रहा. किसी तरह के जानी नुकसान की ख़बर नहीं है.
उड़ान के दौरान होने वाली इस तरह की आपात स्थितियों में पायलटों को अक्सर विमान के पंखों के नीचे रखे सामान को गिरा देना पड़ता है, जिनमे आमतौर पर इसी तरह के बम और ईंधन टैंक शामिल होते हैं.
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यह घटना उस वक्त हुई, जब विमान - जगुआर - उस बाउंड्री वॉल तक पहुंचने वाला था, जो एयरफोर्स बेस को अम्बाला के बलदेव नगर इलाके से अलग करती है. गिराए गए सामान का कुछ हिस्सा एक मकान की छत पर गिरा, और कुछ सामान सड़क पर गिरा.
एम्बुलेंस तथा फायर ब्रिगेड कर्मियों को तुरंत घटनास्थल पर रवाना किया गया. भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी भी सफाई अभियान की समीक्षा करने तथा इलाके में तलाशी अभियान चलाने के लिए भेजे गए.
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इसी साल जनवरी में उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक जगुआर विमान क्रैश हुआ था, जब गोरखपुर से रूटीन मिशन पर उड़ान भरने के बाद उसमें तकनीकी खामी पैदा हो गई थी. उस विमान के पायलट विंग कमांडर रोहित कटोच विमान से सुरक्षित इजेक्ट करने में कामयाब रहे थे.
भारतीय वायुसेना के पास लगभग 100 जगुआर विमान हैं, जिन्हें '70 के दशक के उत्तरार्द्ध में यूरोप से आयात किया गया था.
(इनपुट ANI से भी)
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