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ये जकूजी क्या है, जिसका PM मोदी ने संसद में जिक्र कर अरविंद केजरीवाल पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री ने लोकसभा में कहा कि फूस की और प्लास्टिक की कच्ची छत के नीचे जीवन गुजारना कितना मुश्किल होता है. कुछ ऐसे पल भी होते हैं, जब सपने रौंद दिए जाते हैं और ये हर कोई नहीं समझ सकता है.

ये जकूजी क्या है, जिसका PM मोदी ने संसद में जिक्र कर अरविंद केजरीवाल पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि हमने गरीबों से झूठे वादे नहीं किए. हमने सच्चा विकास किया है. गरीब का दुख, सामान्य मानवी की तकलीफ, मिडिल क्लास के सपने ऐसे ही नहीं समझे जाते हैं, इसके लिए जज्बा चाहिए. मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि कुछ लोगों में यह है ही नहीं. 

पीएम मोदी ने कहा कि हमने 12 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाकर बहनों और बेटियों की मुश्किलें दूर की हैं. आजकल कुछ नेताओं का फोकस घरों में जकूजी पर है, स्टाइलिश शावर पर है, लेकिन हमारा फोकस हर घर जल पहुंचाने पर है. माना जा रहा है कि पीएम मोदी ने ये टिप्पणी अरविंद केजरीवाल पर की है. 

जकूजी क्या है?

जकूज़ी एक हॉट टब का पर्याय है और एक फर्म का नाम भी है, जो हॉट टब और व्हर्लपूल टब बनाती है. हॉट टब को स्पा या व्यापार नाम जकूज़ी से भी जाना जाता है. ये बहुत महंगा होता है. इसमें अमीर लोग लेटकर नहाते हैं.

शीशमहल अटैक

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, "जब ज्यादा बुखार चढ़ जाता है, तो लोग कुछ भी बोलते हैं, लेकिन ज्यादा हताशा-निराशा फैल जाती है, तब भी बहुत कुछ बोलते हैं. अलग अलग कदम उठाने से लाखों करोड़ रुपये की बचत हुई, लेकिन उन पैसों का इस्तेमाल हमने शीशमहल बनाने के लिए नहीं किया. इसका उपयोग हमने देश बनाने के लिए किया."

"पहले अखबारों की हेडलाइन होती थी, इतने लाख के घोटाले, इतने लाख के घोटाले.. 10 साल हो ये घोटाले न होने से लाखों करोड़ रुपये बचे हैं. जो जनता की सेवा में लगे हैं."

पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा कि फूस की और प्लास्टिक की कच्ची छत के नीचे जीवन गुजारना कितना मुश्किल होता है. कुछ ऐसे पल भी होते हैं, जब सपने रौंद दिए जाते हैं और ये हर कोई नहीं समझ सकता है. अब तक गरीबों को 4 करोड़ पक्के घर मिले हैं। जिसने उस जिंदगी को जिया है, उसे समझ होती है कि पक्की छत वाला घर क्या होता है.

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