भारत और चीन के बीच सीमा पर जारी गतिरोध को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हम हमेशा इस विचार के हैं कि अगर चीन एकतरफा सीमा को बदलने का प्रयास करता है, या सीमा पर अपनी फौज़ की तैनाती करता है तो हमारे संबंध सामान्य नहीं हो सकते. ये असामान्य स्थिति पिछले कुछ समय से ऐसी दिख रही है.
विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के मिलिट्री कमांडरों के बीच बातचीत होती रही है. ये संवेदनशील मसला है और इसे उन्हें ही (मिलिट्री कमांडर) हैंडल करने देना चाहिए. उन्होंने कहा कि स्पष्ट तौर पर हम एलएसी पर चीन के एकतरफा बदलाव की कोशिशों को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
वहीं कतर में हिरासत में लिए गए भारतीय नौसेना के आठ पूर्व सैनिकों को लेकर विदेश मंत्री ने कहा कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें जल्द से जल्द भारत लाने की हरसंभव कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि यह बेहद ही 'संवेदनशील' मामला है. उनकी सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है. हम इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं. हमारे राजदूत और अधिकारी कतर की सरकार के लगातार संपर्क में हैं.
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