प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
केंद्रीय जांच एजेंसी( सीबीआई) ने मध्य प्रदेश के व्यापमं घोटाले मामले में भोपाल के एल एन मेडिकल कॉलेज के प्रमुख जे एन चोकसी को गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने इस मामले में 23 नवंबर, 2017 को भोपाल की एक विशेष अदालत में एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल किया था. इसके बाद ही अदालत ने नामजद किए गए फरार आरोपियों के खिलाफ गैर- जमानती वारंट जारी किया था. सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि इस वारंट पर आगे की कार्रवाई करते हुए हमने आरोपी को भोपाल से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी को बाद में अदालत में पेश करने के बाद उस न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
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पुलिस की तरफ से दायर चार्जशीट में कहा गया है कि आपराधिक साजिश के तहत एल एन मेडिकल कॉलेज ने सह- आरोपी एक अभ्यर्थी के प्रवेश के संबंध में संचालनालय चिकित्सा शिक्षा, भोपाल( डीएमई) को गलत सूचनाएं उपलब्ध कराईं. यह आरोपी छात्र पहले से ही पटना में एमबीबीएस के वर्ष 2011 बैच का छात्र था. प्रवक्ता ने बताया कि मेडिकल कॉलेज ने डीएमई को बताया था कि दूसरे चरण की काउंसलिंग के लिए केवल पांच सीटें रिक्त हैं जबकि 40 से ज्यादा सीटें खाली थीं.
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मेडिकल कॉलेज पर यह भी आरोप है कि 30 सितंबर, 2012 को उसने 40 से ज्यादा छात्रों को प्रवेश दिया जबकि काउंसलिंग की प्रक्रिया पहले ही समाप्त हो चुकी थी.
VIDEO: मध्यप्रदेश में व्यापम में नया खुलासा.
उन्होंने कहा कि कॉलेज ने डीएमई अधिकारियों के साथ गुपचुप सांठ-गांठ से दाखिला पाए छात्रों की सूची डीएमई को सौंपी जो संचालनालय की आवंटन सूची से अलग थी. (इनपुट भाषा से)
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पुलिस की तरफ से दायर चार्जशीट में कहा गया है कि आपराधिक साजिश के तहत एल एन मेडिकल कॉलेज ने सह- आरोपी एक अभ्यर्थी के प्रवेश के संबंध में संचालनालय चिकित्सा शिक्षा, भोपाल( डीएमई) को गलत सूचनाएं उपलब्ध कराईं. यह आरोपी छात्र पहले से ही पटना में एमबीबीएस के वर्ष 2011 बैच का छात्र था. प्रवक्ता ने बताया कि मेडिकल कॉलेज ने डीएमई को बताया था कि दूसरे चरण की काउंसलिंग के लिए केवल पांच सीटें रिक्त हैं जबकि 40 से ज्यादा सीटें खाली थीं.
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मेडिकल कॉलेज पर यह भी आरोप है कि 30 सितंबर, 2012 को उसने 40 से ज्यादा छात्रों को प्रवेश दिया जबकि काउंसलिंग की प्रक्रिया पहले ही समाप्त हो चुकी थी.
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उन्होंने कहा कि कॉलेज ने डीएमई अधिकारियों के साथ गुपचुप सांठ-गांठ से दाखिला पाए छात्रों की सूची डीएमई को सौंपी जो संचालनालय की आवंटन सूची से अलग थी. (इनपुट भाषा से)
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