
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 27 अप्रैल को कश्मीरियों ने हिंदुस्तान हमारा, हम हिंदुस्तानी हैं के नारे लगाए. कश्मीरियों ने ये नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन भी किया और 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की. इसके साथ ही उन्होंने इंसानियत का कत्लेआम बंद करो के भी नारे लगाए. सभी कश्मीरी इस दौरान अपने हाथ में भारत के झंडे लिए भी नजर आए.
#WATCH | Pahalgam, Jammu and Kashmir: Members of the Gujjar and Bakarwal community hold a protest against #PahalgamTerrroristAttack pic.twitter.com/K7xDo4uWrs
— ANI (@ANI) April 27, 2025
लोकल आतंकवादियों का काउंटडाउन शुरू
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने हैवानियत की हदें पार कर दी. 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया. इस मामले में लगातार कार्रवाई जारी है. आतंकियों के ठिकाने बर्बाद किए जा रहे हैं, लगातार ऑपरेशन जारी है. पहलगाम हमले के बाद जम्मू कश्मीर में लोकल आतंकवादियों का काउंटडाउन शुरू हो गया है. जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक लिस्ट तैयार की है जिसमें 14 लोकल आतंकवादियों के नाम शामिल हैं. यह वह आतंकवादी हैं जो घाटी में लगातार बड़ी आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहे थे. यह आतंकी, आतंकी संगठन लश्कर तबा जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहदीन से जुड़े हुए हैं और लंबे समय से बड़ी आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. पहलगाम हमले में पाकिस्तानी आतंकवादियों के साथ-साथ लोकल टेररिस्ट शामिल होने की बात सामने आई है.
घाटी में वापस लौट रहे हैं सैलानी
पहलगाम होटल मालिकों के अनुसार जिन लोगों ने रूम की बुकिंग कैंसिल की थी अब वह आना चाहते हैं. इसी तरह से श्रीनगर में अब सैलानी देखने को मिल रहे हैं. एक सैलानी से NDTV ने बात की , उन्होंने बताया कि डर नहीं लग रहा है. सब सही थी. सुरक्षाकर्मी मौजूद थे. लोकल लोगों ने काफी मदद की और बताया कि कहां जाना है और कहां आप सुरक्षित रह सकते हैं. डल झील घूमने आए सैलानियों ने कहा कि वो फिर यहां घूमने आएंगे. कश्मीर भारत का ही हिस्सा है.
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