पश्चिम बंगाल स्थित शांति निकेतन के विश्व भारती विश्वविद्यालय के कुलपति ने आर्थिक और प्रशासनिक अनियमितताओं के आरोप लगने के बाद इस्तीफा दे दिया है।
डॉ सुशांत दत्ता गुप्ता ने कहा है कि उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेज दिया है और उनकी सुनवाई का इंतज़ार है।
खबर है कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के अगुवाई वाले मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विश्वभारती विश्वविद्यालय के कुलपति को नोटिस भेजकर पूछा था कि उन पर लगे आर्थिक और प्रशासनिक अनियमितताओं के आरोप की वजह से क्यों न उनको हटा दिया जाए।
जांच में दोषी पाए गए दत्ता
पिछले साल राज्य सभा के शीतकालीन सत्र में बंगाल के कांग्रेस सांसद पी भट्टाचार्य ने यह मुद्दा उठाया था जिसके बाद मंत्रालय ने इस मामले की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय पेनल का गठन किया था।
समिति द्वारा आरोप तय करने के बाद कुलपति से कारण बताओ नोटिस के ज़रिए पूछा गया था कि क्यों न उन्हें अपने पद से हटा दिया जाए। सूत्रों का कहना है कि सरकार, दत्ता की प्रतिक्रिया से संतुष्ट नहीं थी।
बताया जा रहा है कि पिछले हफ्ते एचआरडी मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति के हवाले करते हुए कहा था कि समिति ने दत्ता को घोर दुराचरण और कर्तव्य की उपेक्षा का दोषी पाया गया है।
अगर दत्ता का इस्तीफा मंजूर कर लिया जाता है तो वह केंद्रीय विश्वविद्यालय के ऐसे पहले कुलपति होंगे जिन्हें पद से हटने के लिए कहा गया है।
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