उत्तर प्रदेश के कई जिलों में रविवार रात से शुरू हुई बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है और बारिश संबंधित घटनाओं में पिछले 24 घंटे में 19 लोगों की मौत हो गई. कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति ठप्प हो गई और हजारों मकान और दफ्तर कई फुट तक पानी में डूब गए. हालात के मद्देनजर राजधानी लखनऊ समेत राज्य के कुछ जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए. मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी लखनऊ और उससे सटे बाराबंकी, हरदोई कानपुर, बहराइच और उन्नाव समेत करीब 22 जिलों में जोरदार बारिश हुई.
राहत आयुक्त कार्यालय से सोमवार को मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में 19 लोगों की मौत हो गई है.
जानकारी के मुताबिक 13 लोगों की मौत अतिवृष्टि (अत्यधिक बारिश) के कारण हुई है, जबकि चार की मौत बिजली गिरने से और दो की डूबने से हुई. हरदोई में चार, बाराबंकी में तीन, प्रतापगढ़ और कन्नौज में दो-दो और अमेठी, देवरिया, जालौन, कानपुर, उन्नाव, संभल, रामपुर और मुजफ्फर नगर में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है.
पिछले 24 घंटे में प्रदेश के 22 जिलों मुरादाबाद, संभल, कन्नौज, रामपुर, हाथरस, बाराबंकी, कासगंज, बिजनौर, अमरोहा, बहराइच, लखनऊ, बदायूं, मैनपुरी, हरदोई, फिरोजाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, कानपुर, सीतापुर, फर्रुखाबाद, लखीमपुर खीरी और फतेहपुर में 40 मिमी से अधिक बारिश हुई है.
सूत्रों के मुताबिक लगातार हो रही बारिश की वजह से राजधानी लखनऊ और उससे सटे बाराबंकी जिले के शहरी इलाकों में भी गलियों और सड़कों पर कई फुट पानी भर गया. खासकर निचले इलाकों में स्थित हजारों मकान जलभराव की जद में आ गए। अनेक स्थानों पर दुकानों के बेसमेंट में बने गोदामों में पानी भर गया जिससे कारोबारियों को भारी नुकसान हुआ है.
बाराबंकी से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक जिले में रविवार रात से ही हो रही जोरदार बारिश के कारण सड़क लबालब हो गई हैं. शहर से होकर गुजरने वाले जमुरिया नाले के उफनाने के कारण उसके किनारे बसे सैकड़ों मकान में पानी घुस गया है और लोग ऊपरी मंजिल और छतों पर शरण लेने को मजबूर हैं. प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों तक राहत पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची है.
वर्षा के कारण बाराबंकी शहर की बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई और कई फीडर्स में पानी भर जाने की वजह से तड़के चार बजे बाधित हुई बिजली आपूर्ति देर शाम तक बहाल नहीं हो सकी.
कमोबेश यही हाल वर्षा से प्रभावित अन्य जिलों का भी रहा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बारिश के मद्देनजर सम्बन्धित जिलों के अधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं.
सरकारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर राहत कार्य पर नजर रखें. आपदा से प्रभावित लोगों को राहत राशि का जल्द से जल्द वितरण करें.
मुख्यमंत्री ने यह निर्देश भी दिए हैं कि जलभराव की स्थिति में जल निकासी के लिए प्रभावी प्रबंध किए जाएं. नदियों के जलस्तर की लगातार निगरानी की जाए. फसलों को हुए नुकसान का आकलन कर शासन को रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए, ताकि प्रभावित किसानों को नियमानुसार मुआवजा राशि उपलब्ध कराई जा सके.
इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर स्मार्ट सिटी योजना के नाम पर आए बजट में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में हुई बारिश के बाद पैदा हुए हालात ने स्मार्ट सिटी के दावों की पोल खोल दी है.
यादव ने यहां एक बयान में कहा, ‘‘भाजपा सरकार ने स्मार्ट सिटी के नाम पर प्रदेश की जनता को धोखा दिया है. स्मार्ट सिटी के नाम पर आए बजट में जमकर लूट और भ्रष्टाचार हुआ है जिसका नतीजा सबके सामने है. राजधानी लखनऊ समेत अन्य जिलों में हुई बारिश से प्रदेश के कई शहरों के हालात खराब हैं. बारिश से भाजपा की स्मार्ट सिटी बह गई. भाजपा की स्मार्ट सिटी के दावों की पोल खुल गई है.''
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार पूर्वी उत्तर प्रदेश में आगामी 14 सितंबर तक भारी बारिश होने की संभावना है जबकि 17 तारीख तक हल्की बारिश जारी रहेगी. राज्य के पश्चिमी क्षेत्र में भी 17 तारीख तक बारिश और बौछारें पड़ने की संभावना है. 15 सितंबर तक राज्य में कुछ स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने का भी अलर्ट जारी किया गया है.
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि बाराबंकी में रेलवे ट्रैक पर पानी आ जाने से कई ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है.
लखनऊ में जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने मौसम विभाग द्वारा जारी की गयी भारी वर्षा की चेतावनी के मद्देनजर सोमवार को 12वीं तक के स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया.
हालात के मद्देनजर लखनऊ में सभी जिला स्तरीय अधिकारी क्षेत्र में हैं और बारिश से होने वाली समस्याओं का जायजा ले रहे हैं. जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य की राजधानी के विभिन्न हिस्सों में जलजमाव से उत्पन्न होने वाली समस्या पर तत्काल ध्यान दिया जा रहा है और सोमवार सुबह आठ बजे तक 24 घंटे में 99.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है.
लखीमपुर खीरी जिले में सभी आठ तहसील क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के बाद जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने आठवीं तक के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है.
रविवार रात से लगातार हो रही बारिश के कारण कई शहरी और ग्रामीण इलाकों में मुख्य मार्गों और संपर्क मार्गों पर जलजमाव हो गया है. लखीमपुर के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) प्रवीण तिवारी ने पत्रकारों को बताया कि सभी सरकारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सोमवार और मंगलवार को आयोजित होने वाली निपुण मूल्यांकन परीक्षा स्थगित कर दी गयी है.
उन्नाव से मिली खबर के अनुसार हसनगंज के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) नवीन चंद्र ने बताया कि उन्नाव में कई स्थानों पर बिजली गिरने से हसनगंज तहसील में 140 भेड़ों की मौत हो गई.
राहत आयुक्त कार्यालय के अधिकारी ने बताया कि बलिया, बाराबंकी, बदायूं, फर्रुखाबाद, कासगंज, खीरी, कुशीनगर, मऊ, मेरठ और मुजफ्फरनगर जिलों में दस जिलों की 19 तहसीलें बाढ़ से प्रभावित हैं. 173 गांव और 55,982 की आबादी प्रभावित हुई है.
उन्होंने कहा कि कुछ जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की कई टीम को तैनात किया गया है और उन्हें हाई अलर्ट पर रखा गया है. भोजन के पैकेट और खाद्यान्न वितरण किया जा रहा है तथा पशुओं का टीकाकरण एवं चिकित्सा शिविर क्रियाशील हैं.
ये भी पढ़ें :
* यूपी के घोसी विधानसभा क्षेत्र के वोटरों ने सपा को फिर स्वीकारा, बीजेपी में आए दारा सिंह को नकारा
* यूपी की AKTU यूनिवर्सिटी को कॉलेजों की संबद्धता मामले में सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत
* गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट से लुधियाना के लिए फ्लाइट शुरू, मंत्री वीके सिंह ने दिखाई हरी झंडी
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं