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This Article is From Jul 22, 2024

कमला के आने से क्या ट्रंप की राह आसान होगी? 5 पॉइन्ट्स में समझिए पूरा मामला

क्या ट्रंप को कमला कड़ी टक्कर देंगी या फिर उनके लिए रास्ता आसान कर चुकी हैं. 5 पॉइन्ट्स में पूरे मामले को समझते हैं.

कमला के आने से क्या ट्रंप की राह आसान होगी? 5 पॉइन्ट्स में समझिए पूरा मामला
नई दिल्ली:

जो बाइडेन ने राष्ट्रपति पद की रेस से खुद को अलग कर लिया है. रविवार को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ऐलान भी किया. साथ ही साथ 2024 में होने वाले राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर कमला हैरिस को अपना समर्थन दिया है. इस ऐलान के बाद अमेरिका के साथ-साथ विश्व की राजनीति में भी हलचल मच गई है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि कमला के आने से डेमोक्रेटिक कितना मज़बूत हुआ है. क्या ट्रंप को कमला कड़ी टक्कर देंगी या फिर उनके लिए रास्ता आसान कर चुकी हैं. 5 पॉइन्ट्स में पूरे मामले को समझते हैं.

जो बाइडन की लोकप्रियता घटी

पिछले महीने रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई एक बहस में खराब प्रदर्शन के बाद से ही आशंका जताई जा रही थी कि बाइडेन राष्ट्रपति की होड़ से बाहर हो सकते हैं.

अश्वेत, एशियाई और महिलाओं में लोकप्रिय हैं कमला

हाल ही में हुए कई सर्वेक्षणों से पता चलता है कि कमला हैरिस काफी मजबूती से उभर कर सामने आई हैं. अश्वेत वोटर्स में वो काफी लोकप्रिय हैं. साथ ही साथ एशियाई वोटर्स भी उनपर भरोसा कर रहे हैं. महिलाओं में भी कमला काफी लोकप्रिय हैं. सर्वे के अनुसार, देश भर में उनकी लोकप्रियता 45 प्रतिशत है, वहीं ट्रंप की लोकप्रियता 47 प्रतिशत है.

ट्रंप जीत को आसान समझ रहे हैं

बाइडन के रास्ते से हट जाने के बाद ट्रंप को ये लड़ाई आसान लग रही है. हालांकि, देखा जाए तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. बाइडेन के निर्णय के बाद ट्रंप ने उन्हें  अमेरिकी इतिहास में "सबसे खराब राष्ट्रपति" कहा. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने कहा कि उन्हें लगता है कि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को बाइडन की तुलना में हराना आसान होगा. 

कमला जीत के लिए एक्टिव हो गईं

जो बाइडन के घोषणा के तुरंत बाद ही कमला हैरिस की कैंपेनिंग टीम काफी एक्टिव हो गई है. उनके समर्थक, जनता के बीच सक्रियता से कैंपेन करना शुरु कर दिया है. देखा जाए तो कमला हैरिस के लिए राह आसान नहीं है, मगर उनकी लोकप्रियता अमेरिका में काफी ज्यादा है. उनकी माता भारतीय हैं और पिता जमैका से, ऐसे में भारतवंशी और अश्वेत वोटर्स उनके कोर वोटर हैं. इसके अलावा उनकी पहचान लेडी ओबामा के तौर पर की जाती है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी स्ट्रेटजी बराक ओबामा जैसी ही होगी.

बाइडन बनाम ट्रंप 

देखा जाए तो अगर मुकाबला बाइडन बनाम ट्रंप होता तो, इसमें फायदा ट्रंप को मिलने के आसार थे, मगर अब ये मामला कमला बनाम ट्रंप हो चुका है. ऐसे में ट्रंप के लिए राह आसान नहीं है. बाइडन इस कैंपेन में कमजोर आ रहे थे. स्वास्थ्य खराब होने के कारण वो ट्रंप का मुकाबला नहीं कर पा रहे थे, मगर कमला हैरिस अपनी लोकप्रियता से ट्रंप के लिए मुश्किलें पैदा कर सकती हैं.

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