अस्पताल में भर्ती पीड़ित छात्रा वृन्दा।
बेंगलुरु:
एक 17 वर्षीय छात्रा पर तीन लोगों ने आंखों में मिर्च का पाउडर झोंककर धारदार हथियार से हमला किया। इस हमले में उसके हाथ का पंजा कटकर अलग हो गया। पीड़ित छात्रा का पंजा अस्पताल में हाथ से जोड़ दिया गया है। यह हमला एकतरफा प्यार के चलते एक ड्राइवर ने अपने साथियों के साथ किया। मण्डया गांव में यह वारदात हुई। पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
हमले से पहले आंखों मे मिर्च पाउडर झोंका
बताया जाता है कि करीब 17 साल की वृन्दा बीते शनिवार को प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज की क्लास खत्म कर दोपहर में अपने घर मैसूर के पास स्थित मण्डया गांव पहुंचने ही वाली थी कि एक सुनसान जगह पर रवि, जो कि पहले उसके पिता के ट्रेक्टर का ड्राइवर था, अपने दो साथियों के साथ उसके सामने आ खड़ा हुआ। उसने वृन्दा की आंखों में मिर्च का पाउडर झोंक दिया। वृंदा ने रवि का इरादा फौरन भांप लिया। रवि वृन्दा पर धारदार हथियार से हमला करने लगा। वृन्दा ने रवि के कई हमलों को नाकाम कर दिया और जोर-जोर से चिल्लाने लगी।
जान बचाने की कोशिश में पंजा कटा
जब इस हाथापाई में रवि के दोनों दोस्त भी शामिल हो गए तो वृन्दा लाचार हो गई। रवि ने धारदार हथियार से वृन्दा के गले पर हमला किया। वृन्दा ने अपने गले को बचाया तो उसका पंजा हथियार की ज़द में आ गया और उसके हाथ से अलग हो गया। दूसरे हाथ के पंजे में चोटें लगीं। इसी बीच गांव वाले वहां पहुंच गए। उन्होंने रवि को दबोच लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। उसके दो साथी वहां से भागने में कामयाब हो गए।
डाक्टरों ने पंजे को हाथ से जोड़ा
वृन्दा को फौरन अस्पताल ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेंगलुरु के होसमट हॉस्पिटल लाया गया। यहां डॉक्टर करीब 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसके हाथ को पंजे से जोड़ने में कामयाब हो गए। होसमट हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सक डॉ थॉमस चांडी के मुताबिक 6 हफ्तों में वृन्दा पूरी तरह ठीक हो जाएगी, लेकिन इस दौरान उसे लगातार काउंसलिंग और फिजियोथेरपी की जरूरत पड़ेगी।
परेशान करने पर पिता ने हटा दिया था नौकरी से
बताया जाता है कि वृन्दा के पिता किसान हैं और मण्डया में उनकी थोड़ी-बहुत जमीन है। उन्होंने अपने ट्रैक्टर के ड्राइवर के तौर पर रवि कुमार को रखा था। रवि वृन्दा को चाहने लगा था और उससे दोस्ती करना चाहता था। जब वृन्दा ने उसे मना कर दिया तो वह उसे परेशान करने लगा। वृन्दा ने इसकी शिकायत अपने पिता से की तो पिता ने रवि को डांटा और नौकरी से निकाल दिया। इसी का बदला लेने के लिए रवि ने वृन्दा पर हमला किया।
वृन्दा की मां अपनी बेटी की आपबीती सुनाते हुए रो पड़ीं। उन्होंने कहा कि 'अब तक सिर्फ एक आरोपी रवि की ही गिरफ्तारी हुई है। उन लोगों ने मेरी बेटी मो तड़फाया है। इसकी सजा उन्हें ज़रूर मिलनी चाहिए।' वृन्दा उस लम्हे को याद कर सिहर उठती है। वृन्दा के मुताबिक रवि ने पहले उसकी आंखों में मिर्च का पाउडर डाला। फिर ताबड़तोड़ हमला करने लगा।
हमले से पहले आंखों मे मिर्च पाउडर झोंका
बताया जाता है कि करीब 17 साल की वृन्दा बीते शनिवार को प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज की क्लास खत्म कर दोपहर में अपने घर मैसूर के पास स्थित मण्डया गांव पहुंचने ही वाली थी कि एक सुनसान जगह पर रवि, जो कि पहले उसके पिता के ट्रेक्टर का ड्राइवर था, अपने दो साथियों के साथ उसके सामने आ खड़ा हुआ। उसने वृन्दा की आंखों में मिर्च का पाउडर झोंक दिया। वृंदा ने रवि का इरादा फौरन भांप लिया। रवि वृन्दा पर धारदार हथियार से हमला करने लगा। वृन्दा ने रवि के कई हमलों को नाकाम कर दिया और जोर-जोर से चिल्लाने लगी।
जान बचाने की कोशिश में पंजा कटा
जब इस हाथापाई में रवि के दोनों दोस्त भी शामिल हो गए तो वृन्दा लाचार हो गई। रवि ने धारदार हथियार से वृन्दा के गले पर हमला किया। वृन्दा ने अपने गले को बचाया तो उसका पंजा हथियार की ज़द में आ गया और उसके हाथ से अलग हो गया। दूसरे हाथ के पंजे में चोटें लगीं। इसी बीच गांव वाले वहां पहुंच गए। उन्होंने रवि को दबोच लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। उसके दो साथी वहां से भागने में कामयाब हो गए।
डाक्टरों ने पंजे को हाथ से जोड़ा
वृन्दा को फौरन अस्पताल ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेंगलुरु के होसमट हॉस्पिटल लाया गया। यहां डॉक्टर करीब 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसके हाथ को पंजे से जोड़ने में कामयाब हो गए। होसमट हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सक डॉ थॉमस चांडी के मुताबिक 6 हफ्तों में वृन्दा पूरी तरह ठीक हो जाएगी, लेकिन इस दौरान उसे लगातार काउंसलिंग और फिजियोथेरपी की जरूरत पड़ेगी।
परेशान करने पर पिता ने हटा दिया था नौकरी से
बताया जाता है कि वृन्दा के पिता किसान हैं और मण्डया में उनकी थोड़ी-बहुत जमीन है। उन्होंने अपने ट्रैक्टर के ड्राइवर के तौर पर रवि कुमार को रखा था। रवि वृन्दा को चाहने लगा था और उससे दोस्ती करना चाहता था। जब वृन्दा ने उसे मना कर दिया तो वह उसे परेशान करने लगा। वृन्दा ने इसकी शिकायत अपने पिता से की तो पिता ने रवि को डांटा और नौकरी से निकाल दिया। इसी का बदला लेने के लिए रवि ने वृन्दा पर हमला किया।
वृन्दा की मां अपनी बेटी की आपबीती सुनाते हुए रो पड़ीं। उन्होंने कहा कि 'अब तक सिर्फ एक आरोपी रवि की ही गिरफ्तारी हुई है। उन लोगों ने मेरी बेटी मो तड़फाया है। इसकी सजा उन्हें ज़रूर मिलनी चाहिए।' वृन्दा उस लम्हे को याद कर सिहर उठती है। वृन्दा के मुताबिक रवि ने पहले उसकी आंखों में मिर्च का पाउडर डाला। फिर ताबड़तोड़ हमला करने लगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं